Tapuk Taku MLA Seppa East : आइए जानते हैं अरुणाचल प्रदेश की सेप्पा विधानसभा से विधायक टपुक ताकू के राजनीतिक जीवन से जुड़ी कुछ ख़ास बातें
Tapuk Taku MLA Seppa East : अरुणाचल प्रदेश की सेप्पा विधानसभा से विधायक टपुक ताकू की उम्र लगभग 54 वर्ष है. उन्होंने वर्ष 2014 के सामान्य चुनाव में सेप्पा विधानसभा सीट से निर्विरोध चुनाव जीता था. वे अरुणाचल प्रदेश के एक राजनीतिज्ञ हैं. उन्होंने अपना चुनाव पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल प्रदेश के उम्मीदवार के रूप में लड़ा था. उनकी पत्नी एक गृहणी हैं और साथ में वह व्यापार भी करतीं हैं. सेप्पा विधानसभा से विधायक टपुक ताकू शिक्षित हैं, उन्होंने 12वीं तक पढ़ाई की है. वर्ष 2014 में निर्विरोध निर्वाचित होने के साथ-साथ उन्होंने वर्ष 2019 के सामान्य विधानसभा चुनाव में भी जीत दर्ज की.सेप्पा विधानसभा से विधायक टपुक ताकू एनपीपी विधायक दल के नेता भी हैं.
आर्थिक रूप से काफी मज़बूत : Tapuk Taku MLA Seppa East
अरुणाचल प्रदेश की सेप्पा विधानसभा से विधायक टपुक ताकू के पास लगभग 4.8 करोड़ रुपए की संपत्ति मौजूद है. इसके साथ ही उन पर लगभग 15.1 लाख का कर्ज भी बकाया है. यह जानकारी उनके द्वारा सामान्य विधानसभा चुनाव 2019 में दी गई जानकारी के अनुसार है. विधायक टपुक ताकू के पास वित्तीय संस्थानों में जमा धन, बीमा एलआईसी पॉलिसी, मोटर वाहन और आभूषणों को मिलाकर लगभग 1.7 करोड़ रुपए की चल संपत्ति मौजूद है. इसके साथ ही विधायक टपुक ताकू के पास लगभग 3.1 करोड रुपए की अचल संपत्ति भी मौजूद है. जिसमें कई आवासीय भवन और इमारतें शामिल हैं.
शिक्षित हैं विधायक टपुक ताकू
शिक्षा के क्षेत्र में विधायक टपुक ताकू के पास 12वीं तक की डिग्री है. उन्होंने शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सेपा से 15 जुलाई 1987 में 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की थी. विधायक टपुक ताकू शिक्षित होने के साथ-साथ एक बेहतर राजनीतिक अनुभव भी रखते हैं. वह सेप्पा विधानसभा से कई बार विधायक चुने गए वर्ष 2014 में उन्होंने निर्विरोध जीत हासिल की.
अपराध का इतिहास : Tapuk Taku MLA Seppa East
सेप्पा विधानसभा से विधायक टपुक ताकू पर 2 आपराधिक मामले दर्ज हैं, हालांकि उन्हें अभी तक किसी भी मामले में दोषी नहीं ठहराया गया है. विधायक टपुक ताकू पर धोखाधड़ी और बेईमानी से संपत्ति की सुपुर्दगी के दो आरोप लगे हैं, जिनमें धारा 420 के अंतर्गत उन पर आरोप दर्ज है. इसके अलावा जाली दस्तावेज या इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड को वास्तविक रूप में उपयोग करने से संबंधित दो आरोप आईपीसी धारा 471 के अंतर्गत लगे हैं.