Dragon Fruit Kheti in Hindi : इस फसल को करने से आप हो जाएंगे मालामाल,जानिए कैसे फसल तैयार कर,करें बम्पर कमाई
ड्रैगन फ्रूट (Dragon Fruit Kheti in Hindi ) आज खेती में बेहतर साबित हो रहा है. अमेरिकी मूल का यह फल अब भारतीय किसानों को भा गया है. अमेरिका के अलावा थाइलैंड, वियतनाम, श्रीलंका में उगाया जाता है. भारत में इसे पिताया नाम से जानते हैं. इस फल का उपयोग खाद्य पदार्थ बनाने में किया जाता है. इसका सेवन diabities (मधुमेह) और cholesterol को नियंत्रित करता है. हम आपको बतायेंगे की आप भी अपने खेतों में इसे कैसे उगाये. उगाने के बाद बम्पर कमाई करें
ये है उगाने का सर्वोत्तम तरीका :Dragon Fruit Kheti in Hindi
इसकी सबसे बेहतर बात ये है कि उपजाऊ मिट्टी में कहीं भी की जा सकती है. यह ध्यान रखना है कि खेत में ढाला अच्छा हो. जल निकास आसानी से किया जा सके जल भराव पौधों के लिए विनाशक हो सकता है. जलभराव पौधे में कई रोग उत्पन्न करता है. भारत में गुजरात, कर्नाटक, दिल्ली और महाराष्ट्र में इसकी अच्छी पैदावार है. इसके पौधों को मुख्यतः उष्णकटिबंधीय जलवायु की आवश्यकता होती है. यानि कि हल्का गर्म मौसम साथ ही सामान्य वर्षा की आवश्यकता होती है. इसके पौधे 7 डिग्री से लेकर 40 डिग्री तापमान तक अच्छा विकास करते हैं.
ड्रैगन फ्रूट की उन्नत किस्म हैं ये : Dragon Fruit Kheti in Hindi
भारत में इसकी तीन सबसे ज्यादा तैयार की जाती हैं. इसके किस्मों को फलों एवं रंगों के आधार पर बांटा जाता है.
सफेद ड्रैगन फ्रूट : यह सबसे अधिक उगाई जाने वाली किस्म है. इसका पौधा आसानी से प्राप्त हो जाता है. यही इसके अधिक उगाये जाने का कारण है. इसके पौधे द्वारा प्राप्त फल अंदर सफेद होता है. उसके सफेद भाग में काले बीज होते हैं. ड्रैगन फ्रूट की यह सबसे सस्ती किस्म है.
लाल/गुलाबी ड्रैगन फ्रूट : सबसे कम उगाई जाने वाली किस्म है. इसके फलों का रंग बाहर और भीतर गुलाबी होता है. यह खाने में अधिक स्वादिष्ट होता है. सफेद फल की अपेक्षा इसका भाव अधिक होता है.
पीला ड्रैगन फ्रूट : इस किस्म का उत्पादन भारत में ना के बराबर होता है. इसके फल का बाहरी रंग पीला व अंदर सफेद होता है. ड्रैगन की यह सबसे स्वादिष्ट और महंगी किस्म है. इनका बाजार भाव सबसे अधिक होता है.
कैसे तैयार करें सपोर्टिंग सिस्टम और पौधे की रोपाई :Dragon Fruit Kheti in Hindi
जी हाँ ड्रैगन फ्रूट के बीज से अच्छा है कि आप पौधे लगाएं. रजिस्टर्ड नर्सरी से खरीद कर पौधों की रोपाई करें. पौधों की रोपाई फरवरी और मार्च महीने में की जाती है. एक हेक्टर में करीब 4500 पौधे लग जाते हैं. इसके लिए आपको एक सपोर्ट सिस्टम तैयार करना होगा. इसके लिए आपको सीमेंट के खंबे बनवाने होंगे जिनकी लम्बाई लगभग 7-8 फीट हो. इन्हीं पिलर के चारो कोनों पर पौधा लगा सकते हैं. पौधे को बड़े होने पर पिलर से बाँध दें. अब उसको पिलर के चारो ओर लटका दें. यह सबसे बेहतर तरीका है.
बहुत ज्यादा है इसकी कीमत और पैदावार,किसान को है लाखों का लाभ
ड्रैगन फ्रूट की पहली फसल से 400 से 500 KG का उत्पादन प्रति हेक्टेयर के हिसाब से प्राप्त हो जाता है.किन्तु जब पौधा 4 से 5 वर्ष पुराना हो जाता है,तो यदि उत्पादन बढ़कर 10 से 15 टन प्रति हेक्टेयर हो जाता है .ड्रैगन फ्रूट के एक फल का वजन 400 से 800 GM तक होता है. जिसका बाज़ारी भाव 150 से 300 रूपए प्रति किलो तक होता है. किसान भाई इसकी पहली फसल से 60,000 से लेकर 150000 तक की कमाई आसानी से कर सकते है.चार से पांच वर्ष पुराने पौधों से अधिक पैदावार प्राप्त कर 30 लाख तक की कमाई प्रति वर्ष कर किसान भाई अधिक मात्रा में लाभ कमा सकते है.