Nagaland Assembly Election : नागालैंड की 60 विधानसभा सीटों पर एक चरण में होगा मतदान,जानिए कौन-कौन से दल हैं सक्रिय
Nagaland Assembly Election : नागालैंड में वर्तमान में भाजपा गठबंधन की सरकार है. यहाँ बीजेपी और नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (NDPP)का राजनीतिक गठबंधन है. नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो भाजपा के साथ पुराने सीट बँटवारे के हिसाब से चुनाव की तैयारी में लगे हुए हैं. वही नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने अपने पहले उम्मीदवार की घोषणा कर दी है. बिहार में JDU की हाल ही में सत्ता वापसी हुई है. पार्टी के प्रदेश महासचिव कितोहो एस रोतोखा चुमौकेडेमिया जिले की घसपानी-2 सीट से चुनाव लड़ेंगे. इसके साथ ही बिहार में जदयू की सहयोगी पार्टी आरजेडी भी 11 सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है.
भाजपा से सीटों के बँटवारे को लेकर क्या बोले मुख्यमंत्री : Nagaland Assembly Election
नगालैंड के मुख्यमंत्री रियो नगालैंड में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा अधिक सीटों की मांग को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे.सीट बंटवारे के समझौते में बदलाव का कोई सवाल ही नहीं है. यह निर्णय लिया गया कि एनडीपीपी और भाजपा 40:20 सीटों के बंटवारे के अनुसार नागालैंड में विधानसभा चुनाव लड़ेंगे.
नगालैंड के मुख्यमंत्री ने कहा, किसी भी सीट पर एनडीपीपी और भाजपा के बीच दोस्ताना मुकाबला नहीं होगा. उन्होंने यह भी कहा कि एनडीपीपी इस महीने के अंत में नागालैंड विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की सूची जारी करेगी. नगालैंड की 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान एक चरण में 27 फरवरी को होना है. वोटों की गिनती दो मार्च को की जाएगी.
साल 2023 में 9 राज्यों में विधानसभा चुनाव हैं प्रस्तावित
अगले साल लोकसभा चुनाव से पहले 2023 में पूर्वोत्तर के राज्यों त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड के अलावा कुल 9 राज्यों में चुनाव प्रस्तावित हैं. नॉर्थ-ईस्ट के बाद अप्रैल या मई में कर्नाटक में भी विधानसभा चुनाव कराए जाने की संभावना है. 40 सदस्यों वाली मिजोरम विधानसभा का कार्यकाल भी इसी साल 17 दिसंबर को खत्म हो रहा है. जबकि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना में जनवरी 2024 में अलग-अलग तारीखों पर कार्यकाल खत्म होगा. इन सभी राज्यों में इसी साल विधानसभा चुनाव कराए जा सकते हैं.
असम के मुख्यमंत्री पूर्वोत्तर में भाजपा का मजबूत पक्ष : Nagaland Assembly Election
पूर्वोत्तर का चाणक्य कहे जाने वाले असम के मुख्यमंत्री हेमंत शर्मा भाजपा की मजबूत कड़ी हैं. वह भाजपा में सर्बानंद सोनोवाल को रिप्लेस कर मुख्यमंत्री बने थे. हेमंत का पूर्वोत्तर में अच्छा प्रभाव है. पूर्व में कॉंग्रेस के नेता रहे हेमंत शर्मा ने 2014 में मोदी जी के आने के बाद भाजपा का दामन थामा था. धार्मिक मुद्दों पर खुलकर बोलते हैं इसलिए उनको पूर्व का योगी कहकर उनकी तुलना उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की जाती है. भाजपा के अन्य पार्टियों या व्यक्तिगत प्रभाव रखने वाले लोगों के साथ हेमंत शर्मा अहम भूमिका निभा सकते हैं.