Prakash Nayak MLA : अपने पिता की राजनीतिक विरासत को संभाले हुए रायगढ़ विधानसभा से विधायक प्रकाश नायक से जुड़ी कुछ खास बातें
Prakash Nayak MLA : प्रकाश नायक छत्तीसगढ़ के एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं. वे छत्तीसगढ़ की राजनीति में अपने पिता सक्राजीत नायक की राजनीतिक विरासत को संभाले हुए हैं. उनके पिता छत्तीसगढ़ की राजनीति के एक वरिष्ठ नेता थे और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की सरकार में वे कैबिनेट मंत्री रहे. उनके पिता के पास कई बार विधायक रहने का अनुभव था. अपने पिता के निधन से पहले ही वह सक्रिय राजनीति में कदम रख चुके थे और उन्होंने अपने पिता के रहते ही उनकी राजनीतिक विरासत को संभाल लिया था.
वर्ष 2018 के सामान्य विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने प्रकाश नायक को रायगढ़ विधानसभा से अपना प्रत्याशी बनाया और इस विधानसभा चुनाव में प्रकाश नायक ने जीत दर्ज की और वह छत्तीसगढ़ विधानसभा के सदस्य बने. प्रकाश नायक समाज सेवा के क्षेत्र में एक सक्रिय नेता हैं. उन्होंने समाज सेवा के माध्यम से हजारों लोगों को सहायता दी है. वे छत्तीसगढ़ की राजनीति में मुखर नेता के रूप में जाने जाते हैं.
पिता से सीखी राजनीति और समाजसेवा : Prakash Nayak MLA
पूर्व कैबिनेट मंत्री सक्राजीत नायक के बेटे और वर्तमान में रायगढ़ विधानसभा से विधायक प्रकाश नायक एक शिक्षित और अनुभवी राजनेता हैं. उन्होंने स्नातकोत्तर तक की पढ़ाई की है. उन्होंने वर्ष 1996 में स्नातक की डिग्री और इसके बाद उन्होंने परास्नातक की डिग्री प्राप्त की. उन्होंने अपनी हायर सेकेंडरी की पढ़ाई वर्ष 1992 में रायगढ़ से ही की. वह एक अनुभवी नेता हैं, उन्होंने राजनीति के हथकंडे और तरीके अपने पिता से सीखे हैं. उनके पिता छत्तीसगढ़ के एक दिग्गज राजनेता थे. वह छत्तीसगढ़ के कैबिनेट में मंत्री भी रह चुके हैं. उनके पिता ने जीवित रहते ही अपनी राजनीतिक विरासत प्रकाश नायक को सौंप दी थी.
छत्तीसगढ़ की राजनीति में उनके पिता का विशेष प्रभाव था. इसके अलावा विधायक प्रकाश नायक के कार्यशाली भी बेहतर थी, जिसका परिणाम उन्हें वर्ष 2018 के सामान्य विधानसभा चुनाव में मिला, जनता ने उन्हें रिकार्ड मतों से चुनकर सदन में भेजा.
जनता की समस्याओं को सुलझाने में रहे सफल
रायगढ़ विधानसभा के निर्वाचन क्षेत्र की जनता अपने विधायक प्रकाश नायक के कार्यकाल से काफी संतुष्ट दिखाई देती है. प्रकाश नायक समाज सेवा के क्षेत्र में कई वर्षों से सक्रिय हैं. उनका जनता से जुड़ाव रहा है. वह जनता से जमीनी स्तर पर जुड़े हैं. उनके पिता जब कैबिनेट मंत्री थे, वह तब से जनता की समस्याओं को सुनते थे और अपने पिता के माध्यम से समस्याओं का निराकरण कराते थे. उनका यही रवैया जनता को पसंद आया और जब वर्ष 2018 में कांग्रेस उन पर विश्वास जताया, तो जनता ने भी उन पर विश्वास जताते हुए उन्हें चुनकर सदन में भेजा.
विधायक प्रकाश नायक ने अपने पिता की ही भांति अपने क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास कार्य किए. उन्होंने सरकार से बात करके अपने क्षेत्र की कई समस्याओं को हल किया. वर्ष 2018 में जब वह विधायक बने, तो कांग्रेस की सरकार आई है. उनके लिए एक अवसर के रूप में था. उन्होंने अपने क्षेत्र की जनता को अपने पक्ष में करने के लिए जनता की तमाम समस्याओं का निराकरण कर दिया. क्षेत्र की जनता का कहना है कि वह पुनः एक बार वर्ष 2023 के सामान्य विधानसभा चुनाव में रायगढ़ से प्रकाश नायक को ही अपना नेता चुनेंगे उनके क्षेत्र की जनता का कहना है कि वह काम पर वोट देगी.