Shiv Ratan Sharma : तीन बार विधायक रह चुके हैं बीजेपी के दिग्गज नेता शिवरतन शर्मा, जानिए इनके राजनीतिक जीवन से जुड़ी कुछ खास बातें

Shiv Ratan Sharma : शिवरतन शर्मा छत्तीसगढ़ के एक जाने-माने राजनीतिज्ञ है. अब छत्तीसगढ़ की राजनीति में तब से सक्रिय हैं, जब यह मध्य प्रदेश का हिस्सा था. वह वर्ष 1998 में पहली बार मध्य प्रदेश विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए थे. इसके बाद जब छत्तीसगढ़ राज्य मध्य प्रदेश से अलग हुआ, तो वह यहां छत्तीसगढ़ विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए. छत्तीसगढ़ विधानसभा में भाटापारा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं. शिवरतन शर्मा अब तक 3 बार विधायक रह चुके हैं. उनका राजनीतिक और सामाजिक जीवन बेहद दिलचस्प है. वह जनता के दिलों में जगह बनाने वाले नेता हैं. शिवरतन शर्मा एक शिक्षित और अनुभवी राजनीतिज्ञ हैं. वह पेशे से वकील रह चुके हैं, उन्होंने वकालत एलएलबी की उपाधि प्राप्त की है.
संघर्षों से भरा सफल राजनीतिक जीवन
शिवरतन शर्मा का राजनीतिक जीवन काफी दिलचस्प रहा है. वह भाटपारा जिले की भाटपारा विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर विधायक चुने गए हैं. शिवरतन शर्मा 1990 से 92 तक जिला मंत्री भाजपा रायपुर ग्रामीण रहे साथ ही 1997 से 2000 तक जिला उपाध्यक्ष रहे हैं. 1998 में मध्यप्रदेश विधानसभा हेतु प्रथम बार निर्वाचित हुए, उसके बाद वर्ष 2013 में दूसरी वर्ष 2018 में तीसरी बार विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए. वर्ष 1998 से 2000 तक मध्य प्रदेश विधानसभा के सदस्य रहते हुए उन्होंने विधानसभा की तमाम समितियों में सदस्य की भूमिका निभाई. इसके बाद जब छत्तीसगढ़ को राज्य का दर्जा मिला, तो वर्ष 2001 से 2003 तक भाजपा विधायक दल के मुख्य सचेतक रहे और वर्ष 2002 से 2004 तक उन्होंने तमाम समितियों में सदस्य की जिम्मेदारी का निर्वहन किया.
वर्ष 2008 में वह भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री बने. वर्ष 2013 में जब प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी सरकार ने विधायक शिवरतन शर्मा को उनका सम्मान दिया. वर्ष 2015 में उन्हें छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम का अध्यक्ष बनाया गया. वर्ष 2018 के चुनाव में उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी को एक बड़े अंतराल से हराया था.
शिक्षित और अनुभवी जननेता की पहचान : Shiv Ratan Sharma
विधायक शिव रतन शर्मा एक पढ़े लिखे और अनुभवी और राजनेता हैं. वह जनता से एक अलग तरह का जुड़ाव रखते हैं. उन्होंने वर्ष 1981 में अग्रवाल विश्वविद्यालय भाटपारा से स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की. इसके बाद वर्ष 1986 में कुसुमताई दाब के लॉ कॉलेज से उन्होंने एलएलबी की उपाधि प्राप्त की शिक्षित होने के साथ-साथ वह छत्तीसगढ़ में अभूतपूर्व विकास के लिए जाने जाते हैं. अगर मध्य प्रदेश के समय से लेकर अब तक देखा जाए तो वह कुल 3 बार विधायक रहे हैं. उन्होंने अपने कार्यकाल में अभूतपूर्व विकास किया है. उनके 15 वर्ष का कार्यकाल उनके विधानसभा के क्षेत्र में स्पष्ट दिखाई देता है. अगर आप छत्तीसगढ़ में तमाम विधानसभाओं का दौरा करेंगे, तो आप उनकी विधानसभा में फर्क साफ महसूस कर सकेंगे. छत्तीसगढ़ की राजनीति में उनको जनता का नेता कहा जाता है, क्योंकि उनका जनता से जुड़ाव ही कुछ ऐसा है और जनता भी उन्हें बिल्कुल अपना मानती है. अपनी किसी भी समस्या को लेकर जनता उनके पास बिना किसी हिचक के जाती है.
चुनाव में शर्मा के अनुकूल बन रहे हैं समीकरण
छत्तीसगढ़ में इसी वर्ष यानि 2023 के अंत में चुनाव होना निश्चित है. विधायक का 15 वर्षों का कार्यकाल और उस कार्यकाल में उनके द्वारा किया गया अभूतपूर्व विकास उनके लिए शुभ संकेत है. उन्होंने सरकार से समस्त क्षेत्र की जनता के लिए बुनियादी सुविधाओं को उपलब्ध कराने का पूरा प्रयास किया है. उन्होंने अपने क्षेत्र में तमाम सरकारी योजनाओं को पहुंचाने में जो गति दिखाई है. वह वास्तव में प्रशंसा के योग्य है और जनता उनके कार्यकाल से काफी खुश दिखाई देती है. जनता के प्रति उनका सहज स्वभाव तथा क्षेत्र में किया गया विकास उनके लिए होने वाले चुनाव में कहीं ना कहीं बेहतर परिणाम देगा. जनता से जुड़ाव तथा जनता के लिए किए गए उनके कार्यों के कारण ही पार्टी का शीर्ष नेतृत्व उनका सम्मान करता है और उन्हें जन नेता के रूप में स्वीकार करता है. जनता का कहना है कि इस बार विधायक शिव रतन शर्मा सदन पहुंचेंगे उन्हें सरकार में कोई अहम जिम्मेदारी दी जाएगी.