आखिर आरसीबी (RCB) जर्सी नंबर 18 पर इतना क्यों मरती है?? आईपीएल हो या WPL…

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Women’s Premier League
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वुमन्स प्रीमियर लीग (Women’s Premier League) के लिए उद्घाटन संस्करण के लिए 13 फरवरी 2023 को नीलामी संपन्न हुई। नीलामी में 10 खिलाड़ियों को एक करोड़ रुपए से ज्यादा में खरीदा गया। इनमें से 4 खिलाड़ियों पर 2 करोड़ रुपए से ज्यादा की सफल बोली लगी। ₹1 करोड़ क्लब में शामिल खिलाड़ियों की सूची देखें।

नीलामी में डब्ल्यूपीएल और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में अजीब संयोग भी देखने को मिला। एक ओर जहां रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का जर्सी नंबर 18 के साथ अजीब संयोग दिखा। वहीं, दिल्ली कैपिटल्स की अंडर-19 विश्व कप विजेताओं को किसी भी कीमत पर अपने दल में शामिल करने के प्रति दीवानगी।नीलामी में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (Royal Challengers Bangalore) ने स्मृति मंधाना को 3.4 करोड़ रुपए में खरीदा।

सबसे महँगी खिलाड़ी – Women’s Premier League

26 साल की स्मृति मंधाना नीलामी में बिकने वाली संयुक्त रूप से सबसे महंगी खिलाड़ी रहीं। खास यह है कि स्मृति मंधाना का जर्सी नंबर 18 है। यही जर्सी नंबर रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की पुरुष टीम का हिस्सा विराट कोहली का भी है। विराट कोहली ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की कई साल तक कमान संभाली। अब आरसीबी की महिला टीम की कमान स्मृति मंधाना को ही मिलने के कयास लगाए जा रहे हैं।

स्मृति के अलावा ये लोग भी शामिल

स्मृति मंधाना के अलावा रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने एलिस पेरी और रेणुका सिंह ठाकुर को भी ऊंची कीमतों पर खरीदा। आरसीबी के खेमे में अब आईसीसी (ICC) मेंस एंड वनडे इंटरनेशनल प्लेयर ऑफ द डिकेड (विराट कोहली) के अलावा आईसीसी महिला, वनडे इंटरनेशनल और टी20 इंटरनेशनल प्लेयर ऑफ द डिकेड (एलिस पेरी), आईसीसी एमर्जिंग प्लेयर ऑफ द ईयर (रेणुका सिंह ठाकुर) और साल 2021 की आसीसी महिला क्रिकेटर (स्मृति मंधाना) भी शामिल हो गई हैं। दिल्ली कैपिटल्स की बात करें तो उसने जेमिमा रोड्रिगेज को 2.2 करोड़ और शेफाली वर्मा को 2 करोड़ रुपए में खरीदा।

दिल्ली कैपिटल्स इससे पहले इंडियन प्रीमियर लीग की हुई नीलामियों में 2018 अंडर-19 विश्व कप विजेता टीम के कप्तान पृथ्वी शॉ, 2022 अंडर-19 विश्व कप विजेता टीम के कप्तान यश ढुल को भी अपने स्क्वॉड का हिस्सा बना चुकी है।दिल्ली कैपिटल्स ने पृथ्वी शॉ को आईपीएल 2018 और यश ढुल को आईपीएल 2022 के लिए हुई नीलामी में खरीदा था। यही नहीं, उसने 2011 की नीलामी में उन्मुक्त चंद को भी खरीदा था। इस संयोग ही कहा जाएगा कि 2012 में ऑस्ट्रेलिया में खेले गए आईसीसी अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप में उन्मुक्त चंद ने भारतीय टीम का नेतृत्व किया और टीम को चैंपियन बनाया।

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