2000 Note Huye Band : आरबीआई वापस लेगी 2000 का नोट, जानिए क्या है फिरसे होगी नोट बंदी, 30 सितंबर तक बैंकों में जमा कर सकेंगे ये नोट
वर्ष 2016 में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने नोटबंदी करके 1000 और 500 के नोटों पर प्रतिबंध लगा दिया था. वर्ष 2016 में हुई नोटबंदी में जनता को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा था. आरबीआई ने एक पत्र जारी करके 2000 का नोट वापस (2000 Note Huye Band) लेने की घोषणा की. आप इस नोट को सितंबर तक बैंकों में जमा कर सकते हैं. फिलहाल के लिए यह नोट प्रतिबंधित नहीं किया गया है, अभी इस नोट को चले हुए सिर्फ 7 साल हुए हैं और 7 सालों बाद यह नोट चलन से बाहर होने जा रहा है.
क्या है बैंक में नोट बदलने की प्रक्रिया??
नोट एक्सचेंज करने में जनता को कोई समस्या ना हो इसके लिए आरबीआई ने कहा है कि आप 23 मई से एक बार में ₹20000 तक के 2000 के नोट बदल या जमा कर सकते हैं. इसके लिए बैंकों को स्पेशल विंडो खोलना होगा. इसके अलावा आरबीआई नोट बदलने और जमा करने के लिए 19 शाखा भी खोलेगी. आरबीआई ने अपनी प्रेस रिलीज में बताया कि 2018-19 में ही ₹2000 के नोट छापना हमने बंद कर दिया था. इसका मतलब यह हुआ कि आरबीआई के नोट वापसी की योजना पहले से ही सुनिश्चित थी.
2016 में आया था नोट : 2000 Note Huye Band
जो नवंबर 2016 में नोटबंदी करके 500 और 1000 के नोटों को बंद किया गया, तो ये ₹2000 नोट को लाया गया था. नोटबंदी के दौरान सरकार ने यह कहा था कि यह कदम भ्रष्टाचार आतंकवाद को ख़त्म करने तथा आतंकवाद का सफाया करने के साथ ही जाली नोटों पर लगाम लगाने के लिए किया गया है. इस पर विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार को काफी घेरा था. अब 7 सालों के बाद यह नोट चलन से बाहर होने जा रहा है, हालांकि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने इसके पीछे कुछ ख़ास कारण नहीं बताए हैं और ना ही इस पर प्रतिबंध लगाया है.
कॉंग्रेस समेत हमलावर हुआ विपक्ष : 2000 Note Huye Band
2000 के नोट की वापसी के फरमान पर कांग्रेस समेत कई विपक्षी नेताओं ने इसे तुगलकी फरमान बताया. नेताओं ने कहा कि यह हिटलर शाही है कि जब मर्जी आयी, जो मर्जी आयी बस बंद कर दिया, जो मर्जी आयी बेंच लिया. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि हमारे स्वयंभू विश्व गुरु की विशेषता है कि पहला करते हैं और फिर दूसरा सोचते हैं, उन्होंने कहा कि 8 नवंबर 2016 को तुगलकी फरमान के बाद इतनी धूमधाम से ₹2000 के नोट लाए गए थे. और वापस लिए जा रहे हैं. सरकार पूरी तरह विफल है.