5 साल में कोई भी माई का लाल उत्तरप्रदेश में दंगा नहीं कर पाया, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
उत्तर प्रदेश: आज केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लखीमपुर जाने वाले थे, जहाँ उन्हें प्रबुद्ध वर्ग के सम्मेलन को संबोधित करना था, लेकिन मौसम ख़राब होने के कारण उनका हेलीकाप्टर लखीमपुर में लैंड नहीं कर पाया, जिसके बाद उन्होंने सम्मेलन को मोबाइल के जरिए संबोधित किया.
मौसम ख़राब होने की बजह से राजनाथ सिंह लखीमपुर नही पहुंच पाए, जिसके बाद उन्हें प्रबुद्ध वर्ग के सम्मेलन को मोबाइल के जरिए ही संबोधित करना पड़ा, खराब मौसम के कारण आज उनका हेलीकाप्टर लखीमपुर में लैंड नहीं कर पाया.
केंद्रीय रक्षा मंत्री ने प्रबुद्ध वर्ग के सम्मेलन को संबोधित करते हुए समाजवादी पार्टी पर जमकर साधा निशाना
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रबुद्ध वर्ग के सम्मेलन को फोन से संबोधित करते हुए समाजवादी पार्टी पर जमकर निशाना साधा, उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में उत्तरप्रदेश में 5 साल में कोई भी माई का लाल दंगा नहीं कर पाया.
उन्होंने कहा कि इससे पहले सपा सरकार में क्या होता था, क्या हालात थे, यह किसी से छुपा नहीं है, साथ ही उन्होंने भाजपा सरकार के कार्यों का भी वर्णन किया.
रक्षा मंत्री ने कहा कि देश की राजनीतिक पार्टियों में कथनी और करनी में बड़ा अंतर है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी में ऐसी नहीं है, साथ ही उन्होंने कहा कि 5 साल पहले उत्तर प्रदेश के हालात में और आज के हालात में बहुत बड़ा फर्क नजर आने लगा है.
राजनाथ सिंह प्रबुद्ध वर्ग के सम्मेलन को ज़ब फोन से संबोधित कर रहे थे तब उन्होंने कहा कि आज उत्तरप्रदेश में बड़े से बड़ा अपराधी जेल के अंदर है, चाहें वो कोई भी हो.
उन्होंने कहा कि आज अंतरराष्ट्रीय मंच पर जब भी भारत कुछ बोलता है तो सारे देश गंभीरता से सुनते हैं, उन्होंने कहा कि देश में हमारी सरकार किसानों के हितों में व कृषि के विकास को लेकर पहले से ही प्रतिबंध है, उन्होंने कहा कि भारत के इतिहास में नरेंद्र मोदी ऐसे पहले प्रधानमंत्री है जिन्होंने किसानों से माफी मांगते हुए सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों को वापस ले लिया.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने 14 मिनट के संबोधन में समाजवादी पार्टी पर जमकर निशाना साधा, और भाजपा सरकार की नीतियों का जमकर गुणगान किया, आपको बता दें कि उत्तरप्रदेश में चुनावों की तारीखें अब बहुत नजदीक आती जा रही हैं, ऐसे में सभी राजनीतिक दल एक दूसरे के ऊपर आरोप पर आरोप लगाने में जुटे हुए हैं।