PT Usha बनीं भारतीय ओलंपिक संघ (Indian Olympic Association) की पहली महिला अध्यक्ष, निर्विरोध किया गया चुनाव

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PT Usha

पीटी उषा भारतीय ओलंपिक संघ (Indian Olympic Association) की पहली महिला अध्यक्ष चुनी गईं

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पीटी उषा भारतीय ओलंपिक संघ (Indian Olympic Association) की पहली महिला अध्यक्ष चुनी गईं. उनको इस पद के लिए निर्विरोध निर्वाचित किया गया. PT Usha महान भारतीय खिलाडियों में से हैं. भारतीय ट्रैक और फ़ील्ड की रानी” मानी जाने वाली पी॰ टी॰ उषा भारतीय खेलकूद में 1979 से हैं. वे मूल रूप से केरल की रहने वाली हैं.

सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व जज को देखरेख में संपन्न हुआ,उषा (PT Usha) का निर्विरोध निर्वाचन

अपने जमाने की दिग्गज धाविका पीटी उषा को शनिवार को भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) का पहला महिला अध्यक्ष चुना गया जिससे भारतीय खेल प्रशासन में नए युग की शुरुआत भी हुई. एशियाई खेलों में कई पदक जीतने वाली और 1984 के लॉस एंजलिस ओलंपिक खेलों में 400 मीटर की बाधा दौड़ में चौथे स्थान पर रही 58 वर्षीय उषा को चुनाव के बाद शीर्ष पद के लिए निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया. चुनाव उच्चतम न्यायालय से नियुक्त किए गए सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व जज नागेश्वर राव की देखरेख में संपन्न हुआ.

भाजपा से राज्यसभा सांसद हैं,महान खिलाड़ी पी टी उषा (PT Usha)

इसी वर्ष 20 जुलाई को उषा राज्यसभा सांसद बनी हैं. सत्तारूढ़ पार्टी भारतीय जनता पार्टी की ओर से उषा को सांसद मनोनीत किया गया था. पीटी उषा को खेलों में उनकी उपलब्धियों को व्यापक रूप से जाना जाता है. लेकिन पिछले कई सालों में नवोदित एथलीटों का मार्गदर्शन करने के लिए उनका काम उतना ही सराहनीय है.

कई मेडल और अनंत जीत से सजा है उषा का जीवन

बता दें कि पीटी उषा 1980 के दशक में खास तौर से ऐशियाई इवेंट के ट्रैक एंड फील्ड प्रतियोगिता में अपना दबदबा कायम कर रखा था. अपने करियर में उन्होंने कुल 23 मेडल जीतीं जिसमें 14 गोल्ड मेडल थे. उषा ने उस समय दुनिया को ऐथलेटिक्स में भारत की क्षमता का एहसास कराया था. जब वह 1984 के लॉस एंजिल्स ओलिंपिक में 400 मीटर बाधा दौड़ में एक सेकंड के 1/100वें हिस्से से कांस्य पदक से चूक गई थीं.

सियोल एशियाई खेलों में ऊषा ने एक वर्ष में जीते थे चार स्वर्ण पदक

58 साल ही हो चुकी उषा ने 1986 के सियोल एशियाई खेलों में चार एशियाई स्पर्धाओं के गोल्ड मेडल – 200 मीटर, 400 मीटर, 400 मीटर बाधा दौड़ और 4गुणा 400 मीटर रिले -जीते थे. इसके अलावा 1982 के एशियाई खेलों में नई दिल्ली में 100 मीटर और 200 मीटर में सिल्वर अपने नाम किया था.

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