Special Story : मुगल बादशाह जो बाथरूम में लगाता था दरबार, नशे की लत का था भीषण शिकार, देखिए इतिहास की ये कहानी
Special Story : मुगल बादशाह जहांगीर (Mughal Emperor Jahangir) अकबर (Mughal Emperor Akbar) के सबसे बड़े बेटे थे. उनका शासनकाल 1605 से 1627 तक रहा है. हालांकि ऐसा माना जाता है कि 1611 से लेकर 1627 के बीच जहांगीर ने स्वतंत्र होकर शासन नहीं किया क्योंकि इस अवधि में कार्यकाल पर जहांगीर की पत्नी नूरजहां (Nur Jahan) का प्रभाव था. जहांगीर और नूरजहां की शादी साल 1611 में हुई थी. नूरजहां जहांगीर की 20वीं और आखिरी पत्नी थीं. जहांगीर अक्सर नशे के कारण अदालती कार्यवाहियों से लापता रहते थे. यह नूरजहां के लिए अवसर की तरह साबित हुआ था.
जहांगीर को थी शराब और अफीम की लत
मुगल बादशाह जहांगीर को शराब और अफीम की लत थी. जहांगीर ने खुद अपनी आत्मकथा ‘तुज़ूके-जहाँगीरी’ में बताया है कि उनकी जिंदगी में एक समय ऐसा भी था, जब वह एक दिन में 20 प्याला शराब पी जाया करते थे. 14 प्याला वह दिन में पीते थे और 6 प्याला रात में. जहांगीर शराब में जो बर्फ डालते थे, उसे कश्मीर से लाया जाता था. तब फ्रिज का आविष्कार नहीं हुआ था और बर्फ सिर्फ पहाड़ों पर पड़ती थी.
जहांगीर बाद में अपनी शराब की लत को कम करने के लिए प्रतिदिन 6 प्याला पीने लगे थे लेकिन अफीम की लत बरकरार रही. 1622 तक उन्हें अफीम के कारण अस्थमा की बीमारी हो गयी थी. 28 अक्टूबर 1627 को 58 साल की उम्र में जहांगीर की मौत भी अस्थमा से ही हुई थी. जहांगीर के दो भाइयों की मौत शराब की लत के कारण हुई थी.
ग़ुसलख़ाने में लगता था दरबार : Special Story
बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जहांगीर अपनी महत्वपूर्ण बैठकें ग़ुसलख़ाने (Bathroom) में किया करते थे. दरअसल यह परंपरा शेरशाह सूरी ने शुरू की थी. शेरशाह सूरी को दूसरे मुगल बादशाह हुमायूं को हराने और उत्तर भारत से खदेड़ने के लिए जाना जाता है. शेरशाह सूरी के बाल बहुत घुंघराले. इसलिए उनके बालों को सूखने में वक्त लगता था.
तब शेरशाह सूरी ने स्नानघर में ही दरबार लगाने की परंपरा की शुरुआत की थी.बाद में जहांगीर ने भी इस परंपरा को जारी रखा. जहांगीर की दोपहर की दरबार तो सार्वजनिक लगती थी. लेकिन शाम की दरबार ग़ुसलख़ाने में सजती थी. वहां जहांगीर अपने खास लोगों के साथ शराब पीते और बातचीत करते थे. इस बैठकी के बाद जहांगीर सोने चले जाते हैं. इसके बाद वह आधी रात को उठते थे और तब खाना खाते थे.