UP News Politics : कई दर्जन मुकदमें, लाइव शो में हत्या का कुबूलनामा देखिए कौन है ब्रजभूषण सिंह, 6 बार बन चुके हैं सांसद

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BJP MP : WFI President Brijbhushan Sharan Singh

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भाजपा सांसद ब्रजभूषण सिंह (UP News Politics) आज सबकी नजरों में हैं. शायद ही कोई चैनल हो जहां उनकी खबर ना चली हो. ऐसा दबदबा है कि बीते 11 वर्षों से भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष हैं. पार्टी के नियम को लेकर कभी बंधन में नहीं रहे. ओवैसी को अपना मित्र तक कह दिया था. हाल ही में एक पत्रकार के साथ हुए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में एक व्यक्ति की हत्या की है. हालांकि ये काफी पुरानी बात है. सिंह लगातर 6 वीं बार सांसद बने हैं. ब्रजभूषण सिंह के 50 से भी अधिक स्कूल कॉलेज चल रहे हैं.

1991 से शुरू हुई कहानी, भाजपा ने टिकट देकर लडा़या चुनाव : UP News Politics

छात्र राजनीति और जन्मभूमि आंदोलन की वजह से बृजभूषण क्षेत्र में काफी लोकप्रिय हो चुके थे. 1991 में जब BJP ने बृजभूषण सिंह को लोकसभा टिकट दिया तब इनके खिलाफ 34 आपराधिक मामले दर्ज थे. BJP ने सिंह को गोंडा का रॉबिनहुड कहकर बचाव किया. वो बड़े अंतर से चुनाव जीते.

1996 में जब बृजभूषण सिंह टाडा के तहत तिहाड़ जेल में सजा काट रहे थे, तब इनकी पत्नी केतकी सिंह ने गोंडा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा. बृजभूषण के जेल में होने के बावजूद केतकी सिंह ने कांग्रेस के आनंद सिंह को 80,000 वोटों से हराया.

जेल में ही मिली थी बाजपेयी की चिट्ठी : UP News Politics

बृजभूषण शरण सिंह को लेकर सबसे बड़ा विवाद तब हुआ था जब इन पर अंडरवर्ल्ड के साथ जुड़े होने के आरोप लगे. इनके खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने की वजह से टाडा का मामला दर्ज किया गया. दाऊद से फोन पर बात करने और उसकी मदद करने के आरोप भी लगे थे. बाद में CBI ने इन सभी आरोपों से सिंह को बरी कर दिया.

30 मई 1996 तिहाड़ जेल में सजा काट रहे बृजभूषण सिंह को प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की चिट्टी मिली. इसमें उन्होंने लिखा था कि आप बहादुर हैं. सावरकर जी को याद करिए. उन्हें उम्रकैद की सजा मिली थी.

बृजभूषण ने मंच पर पहलवान को जड़ा था थप्पड़

रांची में अंडर-15 नेशनल कुश्ती चैंपियनशिप में कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण ने एक पहलवान को मंच पर ही थप्पड़ जड़ दिया था. दरअसल, उस पहलवान की उम्र ज्यादा थी. वो बृजभूषण के कॉलेज के नाम पर प्रतियोगिता में शामिल होना चाहता था. वहां बृजभूषण बैठे थे और उन्होंने पहलवान पर हाथ छोड़ दिया.

दिग्गज पहलवान आज सिंह के खिलाफ धरने पर बैठे हैं. खेल मंत्रालय ने कहा कि निष्पक्ष जांच होगी. अब तक सिंह ने इस्तीफा नहीं दिया है.

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