UP Police Exam : उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती के लिए तैयार नहीं कोई परीक्षा एजेंसी, आखिर क्या है कारण
UP Police Exam : निष्पक्ष और सफल भर्ती प्रक्रिया हर राज्य के लिए चुनौती बना हुआ है. राजस्थान में तो लगभग 70 लाख युवाओं के सपनों पर माफियाओं का ग्रहण लग चुका है. उत्तर प्रदेश में STF और अन्य कई सुरक्षा एजेंसी सक्रिय हैं, बाबजूद इसके माफियाओं पर लगाम नहीं लग पा रही है. लाखों युवा सालों से भर्ती के इंतजार में बैठे हुए हैं. लेकिन उनके सपने भर्ती प्रक्रिया की बलि चढ़ रहे हैं. घरवाले अपना पेट काटकर अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए, बड़े शहरों में उनके रहने खाने का प्रबंध करते हैं.
नाकामयाबी से ज्यादा माफिया का डर
युवा सालों तैयारी करता है. सालों तैयारी करने के बाद वह पेपर देने जाता है. ईश्वर की कृपा और उसकी लगन से पेपर अच्छा हो भी जाता है. उसके बाद परिणाम आने से पहले पेपर लीक होने की खबर आ जाती है. अब ऐसे में युवा का नुकसान होना तय होता है. भर्ती अगर करा दी जाए तो भी वह युवा अपनी योग्यता से पीछे है क्योंकि काफी लोगों के लिए ये पेपर लीक है. वो बिना मेहनत के उससे बेहतर करेंगे. और अगर भर्ती रद्द कर दी जाए तो भी नुकसान है क्योंकि फिर वही मेहनत, वही जुनून लाओ, खुद को मानसिक रूप से तैयार करो. माफियाओं ने युवाओं का जीवन नर्क बना दिया है. इसका एक ही उपाय है, निष्पक्ष पारदर्शी तरीके से परीक्षा संपन्न हो.
बोर्ड भी है चिंतित, तैयार नहीं एजेंसी : UP Police Exam
माफियाओं का डर सबको सता रहा है. किसी भी एजेंसी को यह आत्मविश्वास नहीं है कि वह Solver Gang से पार पा जाएगी. इसलिए उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड को कोई भी एजेंसी नहीं मिल रही है. पिछले एक वर्ष से 36000 पुलिस कांस्टेबल की भर्ती प्रस्तावित है, लेकिन बोर्ड के सामने अलग समस्या खड़ी हो गई है, जिसका निराकरण इतना भी आसान नहीं है. एजेंसी को डर यह भी है कि माफियाओं से पार पाना संभव नहीं है, दूसरी ओर सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का माफियाओं के प्रति एक्शन किसी से छुपा नहीं है. हाल ही में सीएम योगी ने कहा है कि यूपी बोर्ड की परीक्षा में नकल कराने वालों पर नकेल कसने के लिए रासुका के तहत कार्यवाई की जाएगी.