Bhim Army Chief Chandrashekhar : “मुख्यमंत्री इंतजार कर रहे थे कि मैं मरू तो वे श्रद्धांजलि दें” आखिर ऐसा क्यों बोले भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर रावण?
Bhim Army Chief Chandrashekhar : चंद्रशेखर ने यूपी सरकार और पुलिस पर कई सवाल खड़े किए हैं. चंद्रशेखर ने कहा, शायद सीएम इंतजार कर रहे थे कि मैं मरूं तो श्रद्धांजलि दें, लेकिन मैं अभी मरने वाला नहीं हूं. मेरे ऊपर मेरे समाज की जिम्मेदारी है.”उन्होंने कहा, “मैंने कई बार गृहमंत्री, सीएम, डीजीपी और पुलिस को लेटर लिखकर कहा कि मेरे साथ इस तरह की घटना हो सकती है. लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. हमले में सफेदपोश और खाकी कॉलर के लोग शामिल थे. जांच होने पर दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.”
आरोपियों नें हत्या के बाद सरेंडर का बना रखा था मन
भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने कहा, ‘आरोपी सुबह 10 बजे से घात लगाए बैठे थे. वह आसपास घूमते रहे. बदमाशों ने गोली चलाई. पहली गोली मेरे सिर के पास से होकर निकली. दूसरी गोली मुझे लगी. तीसरी गोली शीशे पर लगी. जिसका कांच मेरे साथी को लगा . उनको लगा मैं मर गया. चौथी गोली गाड़ी रोककर नंबर प्लेट पर मारी . मुझे ऐसा लगता है कि उन्होंने मेरी हत्या करने के बाद सरेंडर करने का मन बना रखा था. उन्होंने हवाई फायर भी की. अचानक से ये सब हो गया, जिसे मैं समझ नहीं पाया.
पुलिस पर भी नहीं भरोसा : Bhim Army Chief Chandrashekhar
चंद्रशेखर ने कहा, यह सब चीज यूपी की कानून व्यवस्था की पोल खोलती है .यह घटना प्रायोजित है. इसमें सरकार और पुलिस के लोग भी शामिल हो सकते हैं. मुझे लोग फिर भी जानते हैं, लेकिन आम आदमी को कैसा महसूस होता होगा? जहां यूपी में इतनी बड़ी-बड़ी घटनाएं सरेआम हो रही हैं. हमारे लोग सीएम से कानून व्यवस्था में सुधार की अपील कर रहे हैं, लेकिन कोई सुधार होता दिखाई नहीं दे रहा है.
मैं अभी मरने वाला नहीं हूं – चंद्रशेखर
सीएम इस घटना पर एक शब्द भी नहीं बोल पाए हैं. शायद सीएम इसका इंतजार कर रहे थे कि कब यह मर जाए और कब मैं इसको श्रद्धाजंलि दे दूं. हमें दुख हुआ कि ये हो गया, लेकिन मैं अभी मरने वाला नहीं हूं.
चंद्रशेखर ने कहा, मैं जैसे पहले जिया था और वैसे ही अपनी बात को रखूंगा. मुझे अपने महापुरुषों बाबा साहब और मान्यवर काशीराम का अधूरा सपना पूरा करना हैं. तब तक मैं मरुंगा नहीं. लाखों माओं, बहनों, भाइयों का जो प्यार और आशीर्वाद मुझे मिलता है. उसके कारण मैं आपके सामने जिंदा हूं.