सेना भर्ती प्रक्रिया में हुआ बड़ा बदलाव, वायुसेना की तर्ज पर भर्ती करेगी थल सेना
थलसेना में अग्निपथ योजना के जरिए शामिल होने वाले अग्निवीरों की भर्ती की स्कीम में सेना बदलाव करने जा रही है. अग्निवीर भर्ती (Army Bharti)की चयन प्रक्रिया में अब बदलाव किया गया है. शारीरिक परीक्षा से पहले लिखित परीक्षा आयोजित की जाएगी.अग्निवीर योजना के तहत अब इच्छुक उम्मीदवारों के लिए देश भर में करीब 200 सेंटरों पर पहले कॉमन ऑनलाइन टेस्ट आयोजित होगा. इसके बाद फिजिकल और मेडिकल टेस्ट होगा. पहला ऑनलाइन टेस्ट अप्रैल महीने में होने की बात कही जा रही है.
अप्रैल में होगी पहली सामान्य प्रवेश परीक्षा : Army Bharti
सेना के उच्च स्तरीय सूत्र ने बताया कि पहला ऑनलाइन कॉमन एंट्रेंस एग्जामिनेशन (CEE) अप्रैल में आयोजित किया जाएगा. सामान्य प्रवेश परीक्षा देश भर में लगभग 200 स्थानों पर आयोजित की जाएगी. इसके लिए सभी तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है. सूत्र ने कहा कि बदली गई कार्यप्रणाली चयन के दौरान संज्ञानात्मक पहलू पर अधिक ध्यान केंद्रित करना सुनिश्चित करेगी. इसकी देश भर में व्यापक पहुंच होगी और भर्ती रैलियों के दौरान देखी जाने वाली बड़ी भीड़ को भी कम किया जा सकेगा.
एक प्रमुख समाचार पत्र में शुक्रवार को ‘ट्रांसफॉर्मेशनल चेंजेज इन रिक्रूटमेंट इन इंडियन आर्मी’ शीर्षक से प्रकाशित एक विज्ञापन में भर्ती प्रक्रिया के लिए तीन चरणों वाली नई कार्यप्रणाली की सूचना दी गई है. पहला कदम नामांकित केंद्रों पर सभी उम्मीदवारों के लिए ऑनलाइन कॉमन एंट्रेंस एग्जाम (CEE) होगा. इसके बाद सेना की अग्निवीर भर्ती रैलियों के दौरान ऑनलाइन कॉमन एंट्रेंस एग्जाम (CEE) में योग्य रहे उम्मीदवारों के लिए शारीरिक फिटनेस परीक्षण और अंत में चिकित्सा परीक्षण का आयोजन होगा.
Agniveer Recruitment अभी यह है प्रक्रिया : Army Bharti
अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया के तहत अभी तक उम्मीदवारों को शारीरिक फिटनेस परीक्षण से गुजरना पड़ता था, उसके बाद चिकित्सा परीक्षण और ऑनलाइन कॉमन एंट्रेंस एग्जामिनेशन (CEE) के लिए उपस्थित होना अंतिम चरण था. लेकिन, अब ऑनलाइन कॉमन एंट्रेंस एग्जामिनेशन पहला कदम है. इससे स्क्रीनिंग को आसान बनाने में भी मदद मिलेगी. सूत्र ने कहा कि नई प्रक्रिया लगभग 40,000 उम्मीदवारों पर लागू होगी जो 2023-24 के अगले भर्ती चक्र से सेना में शामिल होने के इच्छुक हैं. सेना की भर्ती प्रक्रिया में इस बदलाव से भर्ती के दौरान होने वाली भीड़ को कंट्रोल किया जा सकेगा. लिखित परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवार ही आगे की प्रक्रिया में शामिल हो पाएंगे.