बड़े पर्दे पर दिखाया जाएगा संघर्ष और बलिदान से परिपूर्ण 500 साल का राम मंदिर आंदोलन का इतिहास
बड़े पर्दे पर दिखाया जाएगा संघर्ष और बलिदान से परिपूर्ण 500 साल का राम मंदिर आंदोलन का इतिहास
भगवान श्री राम की नगरी अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में यह फैसला लिया गया कि राममंदिर आंदोलन के उपर एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाई जाएगी। इस फिल्म में मंदिर निर्माण की जानकारी से लेकर 500 सालों तक चले संघर्ष की गाथा को दर्शाया जाएगा। इसकी पूरी जिम्मेदारी कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि को सौंपी गई है।
आपको बता दें कि सन् 1528 से शुरु हुआ राम मंदिर का संघर्ष 2019 में जाकर खत्म हुआ। कहा जाता है न कि भगवान के घर देर है पर अंधेर नहीं। बहुत समय लगा पर अंतत: सुखद परिणाम देखने को मिला। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का मानना है कि राम मंदिर निर्माण में लगे इस विशाल संघर्ण और बलिदान के बारे में देश के प्रत्येक युवा को व हमारी आने वाली पीढ़ी को भी इस बात की जानकारी होना चाहिए। जो की इस डॉक्यूमेंट्री के माध्यम से दी जाएगी।
इस फिल्म में मंदिर के लिए कब-कब संघर्ष हुए, क्या-क्या मुसीबतें आई सहित बलिदानियों की गाथा भी दर्शायी जाएगी। इस साथ ही फिल्म में मंदिर निर्माण की भी जानकारी होगी। राममंदिर निर्माण के हर एक चरण की ट्रस्ट द्वारा पहले से ही वीडियोग्राफी कराई जा रही है। डॉक्यूमेंट्री फिल्म में मंदिर निर्माण के प्रत्येक पहलू का जिक्र किया जाएगा। फिल्म के निर्माण की जिम्मेदारी हैदराबाद तेलंगाना के निवासी विराट याज्ञिक को सौंपी गई है। इसकी मॉनीटरिंग ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि करेंगे।
इसके अलावा राम जन्मभूमि परिसर में एक संग्रहालय भी बनाया जाना है। इस संग्रहालय में राम, रामायण व अयोध्या को लेकर अनसुनी जानकारियां होंगी। इसको लेकर एक उपसमिति बनाई गई है। जो परिसर में बनने वाले म्यूजियम को लेकर अपनी राय देगी। समिति राम से जुड़े तथ्य, साहित्य व पुरातत्व महत्व के अवशेषों पर काम करने वाले विद्वानों, इतिहासकार व लोगों को जोड़ेगी। रामकथा के मर्मज्ञ व अयोध्या के इतिहास के जानकारों से राय लेकर म्यूजियम के विस्तार के बारे में मंथन कर प्रोजेक्ट तैयार किया जाएगा।