“गूंगी गुड़िया” ने कैसे ताकतवर “सिंडिकेट” को धुल चटाया था,सफर पर एक नज़र
नई दिल्ली:फिरोज गांधी से इंदिरा के संबंध बेहद खराब हो चले थे और इंदिरा ने ये समझ लिया था कि अब फिरोज को समझाना बेकार है।इंदिरा अपने दोनों बच्चों राजीव और संजय के साथ अपने पिता के घर त्रिमूर्ति भवन में रहने आ गईं थीं।जवाहरलाल नेहरू अपनी पुत्री को अपना उत्तराधिकारी बनाना चाहते थे और इस दिशा में उन्होंने प्रयास भी शुरू कर दिया था मगर वो इंदिरा को पूरी तरह स्थापित कर पाते सन् 1964 में दिल के दौरे से उनकी मौत हो गई।
सारा देश शोक में था और इंदिरा को ये समझ नहीं आ रहा था कि वह अपने पिता के सपने को कैसे पूरा करे।जवाहरलाल चाहते थे कि उनके बाद इंदिरा हीं देश की प्रधानमंत्री बने।इंदिरा गांधी को पता चला कि कांग्रेस के अध्यक्ष के.कामराज प्रधानमंत्री की खोज के लिए कार्यसमिति की बैठक करनेवाले हैं।इंदिरा ने उन्हें तुरंत पत्र लिखा कि वो चाहतीं हैं कि जब तक देश में राष्ट्रीय शोक है तब तक प्रधानमंत्री का चु...