Chhattisgarh : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया अमर वाटिका का लोकार्पण, 1200 से अधिक शहीदों के दर्ज हैं नाम, देश का दूसरा इंडिया गेट
छत्तीसगढ़ (chhattisgarh) के बस्तर में इंडिया गेट के अनुरूप बनाई गई अमर वाटिका का 26 जनवरी को मुख्यमंत्री ने लोकार्पण किया. लाखों रुपये की लागत से तैयार की गई इस अमर वाटिका में संगोष्ठी कक्ष के निर्माण के साथ ही करीब 60 फिट ऊंचा शहीद स्मारक बनाया गया है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस “अमर वाटिका” का अवलोकन कर बस्तर संभाग में पिछले 5 दशकों से नक्सलियों से लोहा लेते हुए लगभग 1200 से ज्यादा सुरक्षाबल, आम नागरिक और पुलिस के 1 जवानों की शहादत पर उन्हें याद कर श्रद्धांजलि दी.
मुख्यमंत्री ने परिवार के लोगों से मुलाकात की:Chhattisgarh
मुलाकात दरअसल बस्तर में नक्सलियों से लोहा लेते शहीद जवानों, आम जनता की याद में इस अमर वाटिका को बस्तर पुलिस के द्वारा तैयार किया गया है, जहां 1200 से भी ज्यादा शहीद जवानों के नाम शहीद स्मारक के पास अंकित किए गए हैं. मुख्यमंत्री ने इन सभी शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी, साथ ही मुख्यमंत्री ने शहीद परिवार के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें शॉल और श्रीफल देकर सम्मानित किया और वाटिका में वृक्षारोपण किया.
पिछले कुछ सालों में कम हुआ नक्सल का प्रभाव
अमर वाटिका में करीब 60 फीट ऊंचा शहीद स्मारक बनाया गया है, शहीद स्मारक के पास ही काले ग्रेनाइट की दीवार पर बस्तर संभाग में नक्सली मुठभेड़ में शहीद हुए जवानों के नाम अंकित किये गए हैं. इसके अलावा अमर वाटिका में “माटा लोना” (Communication House) बनाया गया है, जहां बच्चों द्वारा बदलते बस्तर की थीम पर नाट्य प्रस्तुत किया गया. इस मौके पर मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि पिछले 4 सालों में राज्य सरकार की योजना और कार्यक्रमों के माध्यम से जनता का विश्वास अर्जित करने में बस्तर पुलिस को सफलता मिली है, नक्सली घटनाओं में भी 65% से ज्यादा कमी आई है.
आने वाले सालों में नक्सल से मुक्त होगा छत्तीसगढ़ : Chhattisgarh
सीएम ने कहा कि पिछले सालों के मुकाबले बस्तर काफी बदल रहा है और आने वाले सालों में निश्चित तौर पर बस्तर नक्सल मुक्त होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर की सुरक्षा और यहां के लोगों की सुरक्षा के लिए अपनी जिंदगी कुर्बान करने वाले जवानों और आम नागरिकों की याद में अमर वाटिका का निर्माण किया गया है, निश्चित तौर पर यह शहीद स्मारकआने वाली पीढ़ियों को हमारे जवानों और नागरिकों के बलिदान की याद दिलाता रहेगा.उन्होंने कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है और माढ़ इलाके में इंद्रावती नदी पर पुल-पुलिया का बड़े पैमाने पर निर्माण किया जा रहा है, साथ ही नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में संचार और कनेक्टिविटी की भी सुविधा बढ़ी है और लोगों को योजनाओं का लाभ मिल रहा है.