Deputy NSA : बॉर्डर सिक्युरिटी फोर्स से रिटायर्ड होने वाले DG आईपीएस पंकज सिंह बने डिप्टी NSA, छत्तीसगढ़ में दे चुके सेवाएं

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सीमा सुरक्षा बल (BSF) के सेवानिवृत्त महानिदेशक पंकज कुमार सिंह को मंगलवार (17 जनवरी) को उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) नियुक्त किया गया है. पंकज सिंह को राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय में दो साल की अवधि के लिए डिप्टी NSA (Deputy NSA ) बनाया गया है.

 

दिसंबर 2022 में BSF प्रमुख के पद से सेवानिवृत्त हुए थे : Deputy NSA

 

एक आधिकारिक आदेश के अनुसार, राजस्थान कैडर के 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी पंकज सिंह को पुनर्नियोजन अनुबंध (Re-Employment Contract) पर नियुक्त किया गया है. वह 31 दिसंबर, 2022 को बीएसएफ प्रमुख के पद से सेवानिवृत्त हुए थे. पंकज सिंह ने पहले केंद्र सरकार के साथ छत्तीसगढ़ में सीआरपीएफ के महानिरीक्षक और दिल्ली में सीआरपीएफ मुख्यालय में आईजी (संचालन) के रूप में कार्य किया था.सूत्रों का कहना है कि पूर्वी सीमांत के प्रमुख के रूप में उन्होंने पश्चिम बंगाल और असम की सीमाओं पर मवेशियों की तस्करी को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. 2015 से 2021 के बीच भारत-बांग्लादेश सीमा पर मवेशियों की तस्करी में 87% की गिरावट आई है.

 

पिता भी रह चुके हैं IPS अधिकारी : Deputy NSA

 

पंकज सिंह का जन्म लखनऊ में 19 दिसंबर 1962 को हुआ था. उनके पास आईआईएम अहमदाबाद से एमबीए के अलावा एलएलबी और एमफिल की डिग्री है. जिसके बाद वह यूपीएससी की परीक्षा पास कर आईपीएस अधिकारी बने थे. पंकज सिंह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के हैं, लेकिन वो राजस्थान कैडर के अधिकारी रहे हैं. पंकज सिंह के पिता प्रकाश सिंह भी आईपीएस अधिकारी रह चुके हैं. वह भी बीएसएफ से ही रिटायर हुए थे.

प्रकाश सिंह ने जून 1993 से जनवरी 1994 तक सीमा सुरक्षा बल (BSF) का नेतृत्व किया था. पुलिस सुधारों के लिए उनकी पहल की देशभर में सराहना हो चुकी है. उन्होंने साल 1996 में पुलिस प्रतिष्ठान में सुधार के लिए सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी, जिसके बाद सरकार ने आईबी, सीबीआई, विदेश सचिव, रॉ प्रमुख और केंद्रीय गृह सचिव को कम से कम दो साल का तय कार्यकाल देना शुरू किया.

 

CBI में भी दे चुके हैं सेवाएं

 

राजस्थान के जैसलमेर में 2021 में बीएसएफ का स्थापना दिवस मनाने के उनके विचार ने सरकार को इतना प्रभावित किया कि उसने सभी अर्धसैनिक बलों और यहां तक ​​कि सेना को भी दिल्ली से बाहर अपना स्थापना दिवस मनाने का निर्देश दिया. उन्होंने राजस्थान पुलिस के साथ-साथ केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) में भी काम किया है. जिस दौरान उन्होंने भ्रष्टाचार से संबंधित कई मामलों को सुलझाने में शामिल होने के अलावा जम्मू-कश्मीर को हिलाकर रख देने वाले कुख्यात सेक्स स्कैंडल का पर्दाफाश किया था.

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