भारत में आकर बदलाव को देखे दुनिया, बोले विदेश मंत्री, जी-20 समिट में 200 से अधिक अहम बैठक होंगी
भारत इस बार G-20 सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है. भारत सरकार इस आयोजन की तैयारी में जुटी है. भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से कई तरह के इंतजाम करवाए जा रहे हैं. विदेश मंत्री एस. जयशंकर (S Jaishankar) ने आज बताया कि इस बार G20 में 200 बैठकें होंगी. उन्होंने कहा, ”हम चाहते हैं कि दुनिया-वाले भारत में आकर बदलाव को देखें.”जी20 शिखर सम्मेलन को लेकर मीडिया से मुखातिब विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि हमारे यहां G20 समिट के दौरान 200 बैठकें होंगी. इन बैठकों के माध्यम से हम दुनिया को दिखाना चाहते हैं कि भारत में आकर बदलाव को देखिए. दुनिया के लिए भारत के उत्साह और सकारात्मकता को देखिए.
इससे पहले एस. जयशंकर ने जी20 शिखर सम्मेलन और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर प्रवक्ताओं, पैनलिस्टों और मीडिया समन्वयकों को खास तौर पर संबोधित किया था. जहां उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में G20 भारत के लिए एक बड़ा अवसर है, इसमें जनभागीदारी बढ़ानी है. उन्होंने बीजेपी प्रवक्ताओं से G20 की भावना को नई ऊंचाइयों पर ले जाने को भी कहा.
जानिए क्या है G20?
बता दें कि G20 या ग्रुप ऑफ ट्वेंटी, दुनिया की 20 प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर-सरकारी मंच है, जो इसे अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का एक प्रमुख मंच बनाता है. भारत की अध्यक्षता में पहली G20 शेरपा समिट 4 दिसंबर, 2022 को राजस्थान के उदयपुर में हुई थी. अब यहां G20 की मुख्य समिट का आयोजन होना है.
भारत-चीन सीमा पर बोले विदेश मंत्री
शनिवार (28 जनवरी) को विदेश मंत्री ने भारत-चीन सीमा विवाद पर भी टिप्पणी की. चीन द्वारा भारतीय जमीन पर कब्जा करने के विपक्ष के दावों पर एस. जयशंकर ने कहा, ”वे (विपक्ष) अगर किसी ज़मीन की बात करते हैं तो ये ज़मीन चीन ने 1962 में कब्ज़ाई थी. तो वे (विपक्ष) आपको यह बताते नहीं हैं, वे ऐसे दिखाएंगे ये कल-परसों हुआ है…अगर मेरी सोच में कमी है तो मैं अपनी फौज़ या इंटेलिजेंस से बात करूंगा. लेकिन मैं चीनी एंबेसडर को बुलाकर अपनी खबर के लिए नहीं पूछता.”