Heart Attack in Summer : हीटवेव से बढ़ जाती है साइलेंट हार्ट अटैक की संभावना, यह लक्षण दिखाई देने पर तुरंत हो जाएं सतर्क
Heart Attack in Summer : स्वस्थ जीवन के लिए हृदय का स्वस्थ रहना बेहद जरूरी है . खासकर हमें अपने हृदय का ख्याल गर्मियों में अधिक रखना पड़ता है. गर्मियों के मौसम में गर्म हवाएं और लू चलती हैं, जोकि हार्ट अटैक की संभावना को बढ़ातीं हैं. गर्मियों के मौसम में हार्टअटैक अक्सर साइलेंट होता है, यहां तक कि मरीजों को भी इसके बारे में कुछ खास पता नहीं चल पाता है.
आपने अक्सर देखा होगा और समाचारों में सुना होगा कई लोग नाचते हुए, गाते हुए, काम करते हुए, एक्सरसाइज करते हुए हार्ट अटैक के शिकार होते हैं और वह मर जाते हैं. इस स्थिति में हार्ट अटैक के लक्षण बहुत कम ही नजर आते हैं लेकिन को नजरअंदाज करना बेहद रिस्की होता है, इससे आपकी जान पर बन आती है. इसके लक्षण इतने माइल्ड होते हैं कि मरीजों को इसके बारे में पता ही नहीं चल पाता है और ना ही उन्हें बचने का समय मिलता है.
ये हैं साइलेंट हार्ट अटैक के लक्षण : Heart Attack in Summer
1- साइलेंट हार्ट अटैक के लक्षणों में सबसे पहला लक्षण है सांस लेने में दिक्कत आना या सांस फूलना. मरीज को ऐसा लगता है कि वो काफी थक गया है और शायद ज्यादा कामकाज या गर्मी की वजह से सांस फूल रही है. अक्सर इसे लोग नजरंदाज कर देते हैं.
2- साइलेंट हार्ट अटैक में मरीज को ठंडा पसीना आता है. गर्मी के मौसम में पसीने को लोग नॉर्मल ही मानते हैं इसलिए ठंडे पसीने के आने पर भी लोग टेस्ट नहीं करवाते. अगर किसी को ठंडा पसीना आ रहा है और साथ में घबराहट हो रही है तो तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए.
3- साइलेंट हार्ट अटैक से पहले मरीज को लेफ्ट हाथ-पैर, जबड़े, कंधे या कमर में हल्का दर्द महसूस होता है. अक्सर लोग इस दर्द को लेकर बेपरवाह हो जाते हैं क्योंकि कामकाज या गलत पोस्चर के चलते भी ऐसा ही दर्द होता है. इसके साथ साथ अगर पेट में दर्द हो रहा हो या पेट खराब हो जाए तो तुरंत टेस्ट करवाना चाहिए.
4- सीने में चुभन जैसा महसूस होता है और छाती पर दबाव महसूस होता है. लेकिन ये काफी हल्का होता है. अक्सर लोग इसे एसिडिटी समझ लेते हैं औऱ टेस्ट नहीं करवाते. सीने में भारीपन और चुभन है तो तुरंत टेस्ट करवाने चाहिए.