Narayan Singh Chandel MLA : छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष नारायण प्रसाद चंदेल के राजनीतिक जीवन से जुड़ी कुछ खास बातें
Narayan Singh Chandel MLA : नारायण प्रसाद चंदेल छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ नेता हैं. वह वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी से संबंध रखते हैं. उन्होंने वर्ष 2018 के सामान्य विधानसभा चुनाव में लगातार तीसरी बार जीत दर्ज की है. वह छत्तीसगढ़ विधानसभा के उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं. वर्तमान में वे छत्तीसगढ़ विधानसभा में भाजपा विधायक दल के नेता है. नारायण सिंह चंदेल पिछड़े वर्ग के प्रमुख नेता माने जाते हैं, वर्ष 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में उनकी अहम भूमिका होगी. भारतीय जनता पार्टी के संगठन के नेताओं का मानना है नारायण प्रसाद चंदेल वर्ष 2023 में भारतीय जनता पार्टी के लिए प्लस फैक्टर साबित होंगे, क्योंकि पिछड़े वर्ग के वोटो पर उनका विशेष प्रभाव है. नारायण सिंह चंदेल छत्तीसगढ़ विधानसभा में जांजगीर चांपा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं.
अब तक तीन बार विधानसभा के सदस्य निर्वाचित
वर्ष 2018 के सामान्य विधानसभा चुनाव में जांजगीर चांपा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से तीसरी बार जीत दर्ज करने वाले विधायक नारायण प्रसाद चंदेल एक शिक्षित और अनुभवी राजनेता हैं. वह लगातार तीन बार विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए हैं. उन्होंने विधानसभा सदस्य के रूप में लगभग डेढ़ दशक का कार्यकाल पूरा किया है. वह जमीनी स्तर की राजनीति करते हैं और जनता से जुड़े हुए नेता हैं. जनता की तमाम समस्याओं को वह बेहतर तरीके से समझ कर उनका निराकरण करते हैं, इसीलिए क्षेत्र में उनका विशेष प्रभाव है. पिछले डेढ़ दशक में उन्होंने अपने विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में विकास के नए आयाम स्थापित किए हैं. छत्तीसगढ़ की भारतीय जनता पार्टी विधायक नारायण प्रसाद चंदेल को के जरिए पिछड़े वोट को साधने की कोशिश कर रही है, जिसमें नारायण प्रसाद चंदेल कामयाब भी होंगे उनका पिछड़े समाज पर विशेष प्रभाव है.
छत्तीसगढ़ में पिछड़े समाज के प्रमुख नेता : Narayan Singh Chandel MLA
हाल ही में विधायक नारायण प्रसाद चंदेल को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चुना गया था. उनका जन्म 19 अप्रैल 1965 को जांजगीर चांपा जिले के नैला स्थान में हुआ था. चंदेल राज्य में पिछड़े वर्ग के प्रमुख नेता माने जाते हैं, चंदेल वर्ष 1998 में पहली बार अविभाजित मध्य प्रदेश विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए थे. इसके बाद 2008 और 18 में विधानसभा के लिए चुने गए. नारायण चंदेल छत्तीसगढ़ विधानसभा के उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं तथा उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के संगठन में विभिन्न पदों पर कार्य किया है. उनका नेता प्रतिपक्ष बनना वर्ष 2023 के लिए भारतीय जनता पार्टी के चुनावी नीति को दर्शाता है. वह पिछड़े समाज के बड़े नेता हैं, इसलिए भारतीय जनता पार्टी उनके जरिए पिछड़े वोट को साधने की कोशिश कर रही है.
क्षेत्र में मज़बूत है चंदेल का चुनावी माहौल
विधायक नारायण प्रसाद चंदेल ने डेढ़ दशक में अपने विधानसभा क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास कार्य किया है. उनके कार्यकाल से जनता काफी संतुष्ट है क्षेत्रीय भाजपा कार्यकर्ताओं का मानना है, कि इस बार प्रदेश में बीजेपी की सरकार, तो आएगी ही साथ ही विधायक नारायण प्रसाद चंदेल चौथी बार चुनकर सदन पहुंचेंगे और इस बार विधायक नारायण प्रसाद चंदेल को शीर्ष नेतृत्व कोई बड़ी जिम्मेदारी देगा. विधायक नारायण प्रसाद चंदेल को युवाओं का विशेष समर्थन प्राप्त है और बुजुर्गों से परस्पर इसमें भी मिलता है. उनके समर्थकों में काफी आत्मविश्वास और उत्साह दिखाई देता है. वह जीत के लिए निश्चित लगते हैं. चुनाव में परिणाम क्या होंगे यह नहीं कहा जा सकता है लेकिन विधानसभा क्षेत्र में नारायण प्रसाद चंदेल का माहौल बेहतर है.