BJP MP रीता बहुगुणा का चुनावी राजनीति से संन्यास का ऐलान,
नई दिल्ली : रीता बहुगुणा जोशी लखनऊ कैंट विधानसभा सीट से लगातार दो बार, 2012 और 2017 में विधायक रहीं हैं, 2012 में वह कांग्रेस से चुनाव लड़ी थीं, इसके बाद 2017 में वो भाजपा में आ गईं और एक बार फिर लखनऊ कैंट से विधायक बनीं, 2019 में वो प्रयागराज से सांसद बन गईं.
लखनऊ कैंट सीट पर उपचुनाव हुआ, रीता तब अपने बेटे मयंक जोशी को यहां से लड़ाना चाहती थीं लेकिन पार्टी ने टिकट, उन्होंने कहा कि बतौर सांसद 2024 में उनका कार्यकाल पूरा हो जाएगा, और इसके बाद वो कोई चुनाव नहीं लड़ेंगी.
बेटे को टिकट ना मिलने की वजह से नाराज हैं रीता बहुगुणा,
रीता बहुगुणा जोशी अपने बेटे मयंक जोशी के लिए भाजपा से लखनऊ कैंट सीट से टिकट मांग रही थीं, रीता बहुगुणा ने भाजपा नेताओं से ये तक कहा कि अगर पार्टी एक परिवार में दो लोगों को टिकट नहीं देना चाहती तो वह अपनी लोकसभा सदस्यता से इस्तीफा देने को तैयार हैं, इसके बावजूद पार्टी ने मयंक को टिकट नहीं दिया.
आज गुरुवार को रीता बहुगुणा ने कहा कि भाजपा ने उनके बेटे मयंक को जोशी के बेटे को टिकट देने से इनकार कर दिया है और अब वह खुद भी चुनावी राजनीति से संन्यास ले रही हैं, रीता बहुगुणा ने कहा कि मयंक खुद समझदार हैं, और वह अपना सियासी फैसला लेने के लिए स्वतंत्र हैं, वह जो चाहें फैसला ले सकते हैं।