Ramkumar Yadav MLA : छत्तीसगढ़ का ऐसा नेता जिसने अपनी मेहनत की दम पर तय किया चरवाहे से विधायक तक का सफर
Ramkumar Yadav MLA : रामकुमार यादव छत्तीसगढ़ के नेता हैं. वह वर्तमान में छत्तीसगढ़ विधानसभा के सदस्य हैं. छत्तीसगढ़ विधानसभा में चंद्रपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं. रामकुमार यादव बहुत ही पिछड़े तबके के व्यक्ति थे. उन्होंने जो भी हासिल किया वह अपने संघर्ष से हासिल किया. रामकुमार यादव की स्थिति यह थी कि वह टायर की बनी चप्पल पहनते थे और गांव में चरवाहे का काम करते थे. जब वे विधायक बने थे, तो उनकी कुल संपत्ति मात्र 30 हज़ार थी. उन्होंने 21 वर्ष की उम्र में जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा और साइकिल से अपना प्रचार किया और अकेले प्रचार करके उन्होंने जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीता. वे 2018 के सामान्य विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़े और उन्होंने जीत हासिल की. वर्तमान में वे राज्य ग्रामीण एवं पिछड़ा वर्ग विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष हैं.
संघर्ष की बदौलत पाई सफलता
रामकुमार यादव ने जो भी हासिल किया वह केवल उनके संघर्ष का ही परिणाम है, क्योंकि उनकी जो स्थिति थी, उस स्थिति से कोई यह नहीं कह सकता था कि वह एक दिन छत्तीसगढ़ विधानसभा के सदस्य होंगे. उनके पिता मजदूरी करते थे और मां दूसरों के घरों में काम करतीं थीं. रामकुमार यादव की आर्थिक स्थिति इतनी खराब थी की बारिश के मौसम में उन्हें घर के बाहर सोना पड़ता था, क्योंकि उनका घर कच्चा था और बारिश में ढहने का डर बना रहता था. उन्होंने सबसे पहले 21 वर्ष की उम्र में साइकिल से अपना प्रचार करके जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीता.
इसके बाद उन्होंने छत्तीसगढ़ एकता मोर्चा पार्टी भी बनाई. इसके बाद वर्ष 2018 के सामान्य विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने उनका टिकट दिया और उन्होंने एक बड़े अंतराल से जीत हासिल की छत्तीसगढ़ की. भूपेश बघेल सरकार ने संघर्षों से सफल हुए व्यक्ति को उसका सम्मान दिया और वे वर्तमान में राज्य ग्रामीण एवं पिछड़ा वर्ग विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष हैं.
ऐसे तय किया चरवाहे से नेता तक का सफर : Ramkumar Yadav MLA
चंद्रपुर विधायक रामकुमार यादव ने चरवाहे से विधायक तक का मुकाम कैसे हासिल किया, यह शायद उनके पैरों के छाले और उनके अथक मेहनत को ही पता होगा. उन्होंने अपने संपूर्ण जीवन दूसरों का काम किया, दूसरों की मजदूरी की. इसके बाद उन्होंने 21 वर्ष की उम्र में अपना जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा और तब उनके पास पोस्टर छपवाने तक के पैसे नहीं थे. उन्होंने अपना एक पोस्ट छपवाकर साइकिल से प्रचार किया. लोगों ने उन्हें उनके जुझारूपन और उनकी मेहनत का परिणाम दिया और वह जिला पंचायत सदस्य बने. इसके बाद उन्हें कांग्रेस ने छोटी सी उम्र में ही विधायक प्रत्याशी बनाया और उन्होंने विधानसभा चुनाव में अपनी पहली जीत हासिल की.
छत्तीसगढ़ की राजनीति का भविष्य हैं राजकुमार
रामकुमार यादव छत्तीसगढ़ की राजनीति का भविष्य हैं. इसमें कोई शक नहीं है. उनकी मेहनत और उनका संघर्ष उनके लिए सदैव शुभ परिणाम लाता रहेगा. उनके क्षेत्र के जनता ने उनके कार्यकाल को काफी पसंद किया है. रामकुमार यादव जमीन से जुड़े हुए नेता हैं. वह लोगों की समस्याओं को बेहतर तरीके से समझते हैं और उन्होंने 5 वर्षों में लोगों की समस्याओं का निराकरण करने के लिए पूर्ण प्रयास किया. रामकुमार यादव के क्षेत्र की जनता का कहना है कि आने वाले वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में रामकुमार यादव चंद्रपुर विधानसभा निर्वाचन पुनः छत्तीसगढ़ विधानसभा के सदस्य बनेंगे. आने वाले समय में मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई, तो उनको कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जाएगी.