Sanjay Sherpuriya : आखिर कौन है करोड़ों की ठगी करने वाला संजय शेरपुरिया, वर्ल्ड रिकॉर्ड इंडिया से हो चुका है सम्मानित
Sanjay Sherpuriya : एसटीएफ की टीम ने संजय शेरपुरिया को विभूति खंड इलाके से गिरफ्तार किया है. संजय शेरपुरिया ने संस्था बनाकर करो रुपए की ठगी की है. संजय शेरपुरिया पहले भी चर्चा में रह चुका है. संजय शेरपुरिया ने खुद को अमित शाह का करीबी बताकर विधानसभा चुनाव के लिए टिकट दिलाने का दावा किया और करोड़ों की ठगी की. ऐसा ही दावा उसने 2019 लोकसभा चुनाव में करके लंबा फ्रॉड किया. संजय अपने साथ कई बड़े पत्रकारों और आईएएस अधिकारियों को रखता था और उनका रिश्तेदार होने का दावा करता था.
संजय शेरपुरिया ने यूरो एशियन यूनिवर्सिटी की ओर से मानद डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की थी. इसके अलावा संजय शेर पुरिया को दिल्ली के एक समारोह में वर्ल्ड रिकॉर्ड इंडिया की ओर से उत्कृष्ट कार्यो के लिए सम्मानित किया गया था. संजय शेरपुरिया ने भाजपा के बड़े नेताओं का करीबी होने का दावा किया और लोगों को कई तरह का लालच देकर एक मोटी रकम वसूली. संजय शेरपुरिया ने कई बड़े फ्रॉड किए हैं, एसटीएफ इसका खुलासा आज कर सकती है.
संस्था चलाकर बिछाया ठगी का जाल : Sanjay Sherpuriya
संजय एक संस्था चलाता है. जिसका नाम है “संजय फॉर यूथ ” जिसका स्लोगन रखा गया है “स्वरोजगार से आत्मनिर्भर गाजीपुर बनाने का लक्ष्य”. संजय ने दिल्ली में एक आलीशान बंगला कब्जे में ले रखा है और उसने गुजरात में अपना ठगी का बड़ा नेटवर्क बनाया है. वह लोगों को झांसे में लेकर उनके काम कराने का दावा करता है और लाखों-करोड़ों में रकम वसूल करता है. STF ने पुख्ता साक्ष्य जुटाने के बाद संजय को गिरफ्तार किया है.
खुद को बताता था PMO का अधिकारी : Sanjay Sherpuriya
संजय दिल्ली में जहां रहता था. उसने वहां के वाईफाई का नाम पीएम आवास लिख दिया. अधिकतर लोगों को यह बताया कि वह प्रधानमंत्री ऑफिस से संबंधित काम देखता है और प्रधानमंत्री ऑफिस में काम करने की वजह से ही उसको यह आवास आवंटित हुआ है. लोगों ने बताया कि वह भाजपा नेताओं के साथ अपनी एडिट करके फोटो का इस्तेमाल करता था और उसने इसके चलते करोड़ों की ठगी की.
कौन है संजय??
ठगी का खुलासा होने से पहले संजय शेर पुरिया को एक ऐसा समाजसेवी बताया जाता था, जो गरीबी में पला बड़ा है. संजय ने जल प्रबंधन पर पुस्तक लिखी और उसका विमोचन किया गया था. इससे पहले संजय शेरपुरिया बताता था, कि उसने गुजरात में तक इलाके में जहां पानी की बहुत समस्या थी, वहां चेक डैम बनवाएं. संजय शेरपुरिया की पुस्तक का नाम था- “जल प्रबंधन, जल संचय में जनभागीदारी”. संजय शेरपुरिया गाजीपुर जिले के मोहम्मदाबाद तहसील के शेरपुर गांव का रहने वाला है. वह एक प्रसिद्ध सामाजिक उद्यमी कहलाता है. शेरपुरिया ने गांव में कई अगरबत्ती और मसाला निर्माण स्थापित कराया. इसके अलावा संजय शेर पुरिया ने कोरोना में लकड़ी बैंक की स्थापना की थी.