लता मंगेशकर की हालत में थोड़ा सुधार, डाॅक्टर ने दिए अपडेट

नई दिल्ली:भारत रत्न लता मंगेशकर 8 जनवरी से ही मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती हैं। उन्हें कोरोना वायरस के संक्रमण के बाद आईसीयू में भर्ती कराया गया है। उनका इलाज कर रहे डॉ प्रतीत समदानी से मिली जानकारी के अनुसार उनकी हालत में अब पहले से सुधार है। वह निमोनिया से भी पीड़ित थीं। उनकी उम्र को देखते हुए डॉक्टर उन्हें डिस्चार्ज करने से पहले सुनिश्चित करना चाहते हैं कि वह पूरी तरह से ठीक हो जाएं। फिलहाल लता मंगेशकर आईसीयू में ही भर्ती हैं। उनकी उम्र भी ज्यादा है ऐसे में उनसे किसी को मिलने भी नहीं दिया जा रहा है। कुछ दिन पहले उनकी छोटी बहन उषा मंगेशकर ने उनके स्वास्थ्य की जानकारी देते हुए बताया था कि लता दीदी कोविड से संक्रमित हैं इसलिए कोविड प्रोटोकाल के तहत हम लोग उन्हें अस्पताल में देखने नहीं जा पा रहे हैं। हालांकि अस्पताल की नर्स व डाक्टर उनका पूरा ख्याल रख रहे हैं। वह जल्दी ठीक हो जाएंगी। बता दें कि इससे पहले सितंबर 2019 में लता मंगेशकर को चेस्ट में इंफेक्शन की वजह से अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, उन्हें सांस लेने में भी परेशानी हो रही थी। कुछ दिन इलाज के बाद वह स्वस्थ हो घर लौट आयी थीं।
लता मंगेशकर ने पिछले महीने ही अपने रेडियो डेब्यू के 80 वर्ष पूरे होने की खुशी में ट्विटर पर एक पोस्ट लिखा था। ‘भारत की कोकिला’ के नाम से मशहूर लता दीदी ने कई भाषाओं में हजारों गीत गाये हैं। कई प्रतिष्ठित सम्मानों से नवाजी जा चुकी लता दीदी को तीन राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, दादा साहब फाल्के पुरस्कार और भारत रत्न से सम्मानित किया जा चुका है। अपने करियर में उन्होंने अपनी आवाज के जादू से हर किसी को अपना फैन बना लिया था और आज भी उनके चाहने वालों की कोई कमी नहीं। यही कारण है कि लता मंगेशकर अस्पताल में हैं और बाहर हजारों हाथ दुआओं में उठे हैं और दुआ यहीं कि जल्द से जल्द प्यारी लता दीदी ठीक हो जाएं।
लता मंगेशकर की हेल्थ को लेकर गलत अफवाहें
कुछ दिन पहले भी कथित तौर पर लता मंगेशकर की हालत बिगड़ने की बात कही गई थी और इसके बाद उनकी प्रवक्ता ने इस खबर को झूठा करार दिया था। उन्होंने कहा था, ‘लोगों के बीच झूठी खबरों का फैलना, परेशान करने वाला है। कृपया ध्यान दें कि लता दीदी स्थिर हैं। कृपया उनकी शीघ्र घर वापसी के लिए प्रार्थना करें।” दरअसल सोशल मीडिया पर कई पोस्ट में तो उनके निधन की खबरें भी धड़ल्ले से शेयर की जा रही है।
सात दशक का शानदार करियर
अपने सात दशक के लंबे करियर में, लता मंगेशकर ने कई भारतीय भाषाओं में 30,000 से अधिक गाने गाए हैं। बता दें कि साल 2001 में उन्हें भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ दिया गया था। उन्हें साल 1989 में दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।
“किसी गलत खबर को हवा न दें”
परिवार की करीबी दोस्त अनुषा श्रीनिवासन अय्यर ने एक बयान में कहा कि “लता दीदी में पहले की तुलना में सुधार नजर आ रहा है और डॉ. प्रतित की अगुवाई में डॉक्टरों की शानदार टीम की निगरानी में आईसीयू में उनका उपचार चल रहा है। हम आशाभरी निगाहों से देख रहे हैं और उनके शीघ्र स्वस्थ होकर घर वापसी की प्रार्थना कर रहे हैं।” अय्यर ने अफवाहों का खंडन करते हुए कहा कि “दिल से अनुरोध है किसी गलत खबर को हवा न दें, परिवार एवं डॉक्टरों को निजता की जरूरत है। हम ईश्वर से दीदी के शीघ्र स्वस्थ होकर घर वापस आने की प्रार्थना करें।”
फैंस उनके लिए दुआएं कर रहे हैं
पिछले सात दशक के अपने करियर में लता मंगेशकर ने ‘अजीब दास्तां है ये’’, ‘‘प्यार किया तो डरना क्या’’, ‘‘नीला आसमां सो गया’’ और ‘‘तेरे लिये’’ जैसे कई मधुर गाने गाए हैं। उन्हें पद्म भूषण, पद्म विभूषण, दादा साहब फाल्के पुरस्कार एवं कई राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिल चुके हैं। उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से भी नवाजा गया है। उनके बीमार पड़ने के बाद से लगातार उनके फैंस उनकी सेहत को लेकर फिक्रमंद हैं और उनका हाल जानने के लिए बैचेन रहते हैं।