दक्षिण अफ्रीका से फिर लाए जा रहे हैं चीते, भारत की भूमि पर कल उतरेंगे 12 चीते
Tiger : दक्षिण अफ्रीका से आने वाले 12 चीतों ने भारत की यात्रा शुरू कर दी है. केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव (Bhupender Yadav) ने शुक्रवार (17 फरवरी) को ट्वीट कर ये जानकारी दी. उन्होंने कहा कि भारतीय वायु सेना का सी-17 ग्लोबमास्टर विमान कल 12 चीतों को भारत पहुंचा देगा. भूपेंद्र यादव ने शनिवार को बताया था कि 12 चीतों को कूनो नेशनल पार्क (केएनपी) में उनके बाड़ों में छोड़ेंगे.
इन 12 चीतों में सात नर और पांच मादा हैं और कूनो आने वाले चीतों का यह दूसरा जत्था है. इससे पहले नामीबिया से आठ चीतों के पहले जत्थे को पिछले साल 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने 72वें जन्मदिन के अवसर पर मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क के बाड़ों में छोड़ा था.
कूनो नेशनल पार्क में पहले से 8 चीते : Tiger
अधिकारियों ने कहा कि वर्तमान में कुनो में ये आठ चीते तीन से चार दिन में शिकार कर रहे हैं और उनका स्वास्थ्य ठीक है. उन्होंने कहा कि एक मादा चीते का स्वास्थ्य ठीक नहीं था क्योंकि उसका क्रिएटिनिन का स्तर बढ़ गया था, लेकिन उपचार के बाद अब उसकी स्थिति ठीक है. सीरम में क्रिएटिनिन के स्तर से किडनी के कामकाज और स्वास्थ्य की स्थिति का पता लगाने में मदद मिलती है.
दुनिया के सर्वाधिक चीते अफ्रीका में
भारत और दक्षिण अफ्रीका ने बीते साल जनवरी में अफ्रीकी देश से चीतों को लाने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया था और उन्हें कुनो में फिर से बसाया था. दुनिया के अधिकांश 7,000 चीते दक्षिण अफ्रीका, नामीबिया और बोत्सवाना में रहते हैं. नामीबिया में चीतों की सबसे अधिक आबादी है. चीता (Cheetah) एकमात्र ऐसा मांसाहारी जीव है जो मुख्यत: अत्यधिक शिकार और आवासन की कमी के कारण भारत से पूरी तरह से विलुप्त हो गया है. भारत में आखिरी चीता 1948 में छत्तीसगढ़ के कोरैया जिले के साल वन में मृत पाया गया था.