Umesh Nandkumar Patel : छत्तीसगढ़ के सफल युवा नेता हैं उमेश पटेल, लगातर दो बार दर्ज की जीत कैबिनेट में मिली महत्वपूर्ण जिम्मेदारी
उमेश पटेल (Umesh Nandkumar Patel)छत्तीसगढ़ के एक राजनीतिज्ञ हैं. वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य हैं, उनका पूरा नाम उमेश नंदकुमार पटेल है. वह छत्तीसगढ़ खरसिया विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं. उमेश पटेल वर्ष 2016 से छत्तीसगढ़ युवा कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हैं और उन्होंने खरसिया निर्वाचन क्षेत्र से लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की है. वर्तमान में वे भूपेश बघेल कैबिनेट में मंत्री हैं. उनके पास महत्वपूर्ण मंत्रालयों की जिम्मेदारी है. वर्तमान में वह उच्च शिक्षा और कौशल विकास, विज्ञान और प्रौद्योगिकी तथा खेल और युवा विकास मंत्री हैं.
उमेश पटेल एक शिक्षित और अनुभवी राजनेता हैं. उन्होंने सूचना प्रौद्योगिकी में स्नातक किया और वह इंजीनियर बने. अपने पिता के आकस्मिक निधन के बाद वह राजनीति में आए थे और उसके बाद उन्होंने खरसिया निर्वाचन क्षेत्र से दो बार बड़े अंतर से जीत दर्ज की. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के ओपी चौधरी जो कि एक पूर्व आईएएस अधिकारी रह चुके हैं उनको हराकर बड़े अंतराल से जीत दर्ज की थी.
शिक्षित और अनुभवी राजनेता : Umesh Nandkumar Patel
छत्तीसगढ़ के खरसिया निर्वाचन क्षेत्र से विधायक उमेश पटेल ने अपनी स्कूली शिक्षा सरकारी प्राथमिक विद्यालय नंदेली रायगढ़ मध्य प्रदेश जो कि वर्तमान में छत्तीसगढ़ है, वहां से पूरी की और उन्होंने अपनी हायर सेकेंडरी पढ़ाई भोपाल मध्य प्रदेश से की. उन्होंने वर्ष 2005 में बीआईटी दुर्ग से स्नातक की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद उन्होंने वर्ष 2006 से लेकर वर्ष 2013 तक हैदराबाद और अमेरिका में एक आईटी प्रोफेशनल के रूप में काम किया. वह एक अनुभवी राजनेता हैं और राजनीतिक पृष्ठभूमि से आते हैं. उनके पिता छत्तीसगढ़ में खरसिया विधानसभा के एक सक्रिय नेता थे और कांग्रेस में उनका बड़ा कद था. उमेश पटेल ने अपने सहज व्यवहार और जनता से जुड़ाव के बल पर ही खरसिया विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से बीजेपी के दिग्गज नेता को हरा कर दो बार जीत दर्ज की है. इसके कारण ही उन्हें भूपेश बघेल की कैबिनेट में जगह मिली है.
कई महत्वपूर्ण दायित्व का कर चुके हैं निर्वहन
खरसिया विधानसभा से दूसरी बार विधायक बने उमेश पटेल का राजनीतिक जीवन एक सफल राजनीतिक जीवन रहा है. उन्होंने कांग्रेस में कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है, इसके अलावा वह विपक्ष में रहते हुए भी कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को निभा चुके हैं. वर्ष 2013 में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की हार हुई थी लेकिन उन्होंने जमीन पर काफी संघर्ष किया था, वह तब छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव थे. इसके बाद वह 2016 में छत्तीसगढ़ युवा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बना दिए गए. उन्होंने अपना पहला चुनाव वर्ष 2013 में लड़ा था और शानदार जीत दर्ज की थी उन्होंने भाजपा के डॉक्टर जवाहरलाल नायक को 38888 वोटो से हराया था.
इसके बाद उन्हें वर्ष 2014 में सरकारी उपक्रम संबंधी समिति, पुस्तकालय समिति, महिलाओं एवं बाल विकास कल्याण संबंधी समिति का सदस्य चुना गया. अगले वर्ष 2015 में उन्हें प्रश्न एवं संदर्भ समिति आचरण समिति महिलाओं एवं बालकों के कल्याण संबंधी समिति का सदस्य चुना गया. अगले वर्ष में प्राक्कलन समिति प्रत्यायुक्त विधान समिति के सदस्य चुने गए. वर्ष 2013 से लेकर वर्ष 2018 तक में विभिन्न समितियां के सदस्य के रूप में कार्य कर चुके हैं. इसके बाद वर्ष 2018 में जब उन्होंने सामान्य विधानसभा चुनाव में पुनः जीत दर्ज की, तो उन्हें भूपेश बघेल के कैबिनेट में महत्वपूर्ण मंत्रालयों की जिम्मेदारी सौंपी गई.
जनता के साथ करते सहज व्यवहार, समस्याओं का करते निराकरण
उमेश पटेल जब वर्ष 2013 में विधायक बने, तो उन्होंने अपने कार्यकाल में सरकार ना होते हुए भी अपनी निधि तथा सरकार से बातचीत करके अभूतपूर्व विकास कार्य किया. इसके बाद जब 2018 में उनकी सरकार बनी और वह कैबिनेट में मंत्री बनें तो उन्होंने अपने क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं पर विशेष बल दिया. इसके अलावा खेल एवं युवा विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी भी देखते हैं, तो उन्होंने युवक खेल में प्रतियोगिता करने के लिए प्रेरित किया और छत्तीसगढ़ में खेल स्थिति को सुधारा ताकि वहां के युवाओं को नए अवसर प्राप्त हो सकें.
इसके अलावा उन्होंने छत्तीसगढ़ को युवाओं को सूचना प्रौद्योगिकी में रोजगार दिलाने के लिए नए कदम उठाए. उन्हें सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में काम करने का अनुभव भी है, इसके अलावा वह वर्तमान में विज्ञान प्रौद्योगिकी मंत्रालय की जिम्मेदारी भी संभाले हुए हैं. वह अपने क्षेत्र की जनता से उनकी समस्याओं पर अक्सर संवाद करते हैं, जनता भी उनसे अपनी बात कहने में किसी प्रकार की हिचक नहीं महसूस करती है. इसी के चलते उन्होंने खरसिया विधानसभा से लगातार दो बार जीत की है. उनके क्षेत्र की जनता का कहना है कि विधायक उमेश पटेल पुनः जीत कर सदन में पहुंचेंगे और अब कि उन्हें और महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंप जाएगी. मध्यप्रदेश और राजस्थान के साथ-साथ छत्तीसगढ़ में भी इसी वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं.