UP Weather : क्या आपकी फसलों को भी नुकसान पहुंचा सकती है शीतलहर, जानिए अपने जिले का हाल
उत्तर प्रदेश (UP Weather) में अगले दो तीन दिनों में बड़ा मौसम परिवर्तन हो सकता है. तापमान में भारी गिरावट देखने को मिल सकती है. बीते दो दिनों में उत्तर प्रदेश में इस वर्ष की रिकॉर्ड गिरावट तापमान में देखी गई है.
उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश में ठंड का असर दिखने लगा है. उत्तर भारतीय राज्यों में तापमान में गिरावट के साथ पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी शुरू हो गई है. मौसम विभाग की माने तो अगले दो दिनों में उत्तर प्रदेश में कड़ाके की ठंड शुरू हो जाएगी.
क्या है राजधानी लखनऊ और नोएडा शहर का हाल :UP Weather
राजधानी लखनऊ में बीते कुछ दिनों से तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. सोमवार को जिले के तापमान में हल्की गिरावट के वजह से ठंड बढ़ी है. लेकिन बीते दो दिनों के मुकाबले सोमवार को हवा तेज रहने की संभावना है. वहीं जिले का न्यूनतम तापमान 12 डिग्री और अधिकतम तापमान 26 डिग्री रहने की संभावना है. राजधानी में वायु प्रदुषण ‘खराब’ की श्रेणी में है. रविवार की सुबह राजधानी के तालकटोरा इंडस्ट्रियल इलाके में AQI 285 दर्ज किया गया है.
दिल्ली एनसीआर से सटे यूपी के नोएडा में सोमवार को तापमान में कोई बदलाव नहीं होगा. तापमान में बदलाव नहीं होने के बाद भी हवाओं के कारण कनकनी भी बढ़ सकती है. वहीं न्यूनतम तापमान 9 डिग्री और अधिकतम तापमान 24 डिग्री रहने की संभावना है. नोएडा में रविवार को वायु प्रदुषण ‘खराब’ की श्रेणी में दर्ज किया गया. नोएडा के सेक्टर 62 में AQI 240 दर्ज किया गया है..
इन प्रमुख जिलों में न्यूनतम होगा तापमान का स्तर
मौसम विभाग के मुताबिक रविवार को प्रयागराज में 11 डिग्री सेल्सियस, गोरखपुर में 12 डिग्री सेल्सियस, मेरठ में 10 डिग्री सेल्सियस, बरेली में 10 डिग्री सेल्सियस, बहराइच में 11 डिग्री सेल्सियस, झांसी में 10 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है. इन जिलों में कोहरा होने का भी अनुमान मौसम विभाग ने लगाया है.
क्या होगा फसलों पर इसका प्रभाव : UP Weather
मौसम का फसलों पर बहुत प्रभाव होता है. अचानक हुए मौसम परिवर्तन से फसलों में कभी-कभी नुकसान भी हो जाता है. लेकिन अभी का ये मौसम परिवर्तन फसलों पर कुछ खास प्रभाव नहीं डालेगा. क्योंकि आलू की पहली फसल लगभग खत्म होने के कगार पर है. पकी फसल के आलू में इसका कोई प्रभाव नहीं होगा. गेहूँ की फसल के लिए ये तापमान में गिरावट कहीं ना कहीं लाभदायक साबित होगी. सरसों जिसमें फूल आने के लिए तैयार हैं उसमे हल्का नुकसान हो सकता है. इसके अलावा देरी से बोई गई या पहले बोई गई सरसों की फसल पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा