क्या प्रधानमंत्री के भाषण में टेलीप्रॉम्टर की खराबी थी या सच में टेक्निकल ग्लिच था:
नई दिल्ली: विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) के दावोस एजेंडे में प्रधान मंत्री को अपने आभासी पते को फिर से शुरू करने के लिए मजबूर किए जाने के बाद नरेंद्र मोदी के आलोचक और समर्थक इस सवाल पर लड़ रहे हैं.
दरहसल सोमवार को अपने डब्ल्यूईएफ संबोधन के कुछ सेकंड बाद, पीएम को अपनी बाईं ओर देखने से पहले रुकते हुए देखा जा सकता है.उसके बाद उनके भाषण में पीएम मोदी अपना भाषण अच्छे से नही बल्कि एक शब्द पर हकलाते हुए पाए गए.
इसके बाद उनके आलोचक ने उन्हें ट्रॉल करना शुरू कर दिया. इसके साथ ही राहुल गांधी पीएम मोदी pe निशाना साधते हुए ट्विटर पर कहते है :
जाहिर है कि प्रधानमंत्री का भाषण टेलीप्रॉम्प्टर पर चलाया जा रहा था. ऐसे मंचों पर पीएम जो भाषण देते हैं, वे पहले से तैयार किए जाते हैं. जब पीएम मोदी भीड़ को संबोधित कर रहे होते हैं, तो टेलीप्रॉम्प्टर किनारों पर स्थित होता है. ऐसे में पीएम मोदी अक्सर समय-समय पर बाएँ या दाएँ देखते हैं.
हालाँकि, जब ऐसा पता वस्तुतः दिया जाता है, या वह कोई पता रिकॉर्ड कर रहा होता है, तो टेलीप्रॉम्प्टर उसके सामने स्थित हो सकता है. यह स्पष्ट है कि पीएम मोदी ऐसे भाषणों के दौरान सीधे कैमरे में दिखते हैं. ऐसे में पीएम की टीम में से किसी ने साइड की तरफ देखकर उनका ध्यान खींचने की कोशिश की होगी.