अरुणांचल के मुख्यमंत्री पेमा खांडू और तेजस्वी सूर्या ने पहनी जानवर की खाल, वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत हो सकता है केस
51 वाइल्ड लाइफ (प्रोटेक्शन) एक्ट 1972 के तहत मुकदमा दर्ज हो सकता
नई दिल्ली:रक्षक ही अगर भक्षक बन जाये तो आम इंसान का क्या ही भला होगा.
मामला अरुणांचल प्रदेश का है जहां हाल ही में भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या 3 दिन के लिए अरुणांचल प्रदेश के दौरे पर थे जहाँ उन्होंने मुख्यमंत्री पेमा खांडू के साथ कई प्रोग्राम किया लेकिन प्रोग्राम के आखिरी दिन तेजस्वी सूर्या और मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने जानवर की खाल वाला कपड़ा पहना जिसे लोगों ने काफी ट्रोल किया उन्हें.
अरुणांचल प्रदेश में एयर गन बैन है और जानवर बचाने का अभियान भी चल रहा है ऐसे में मुख्यमंत्री खुद जानवर की खाल पहनकर प्रोग्राम करेंगे तो बाकी जनता कैसे मानेगी उनकी बात.
कुछ दिन पहले ही सांसद मेनका गांधी ने जानवर को लेकर कई मुद्दा उठाया था जिसके बाद लोग उनके सपोर्ट में आये थे मगर यहां प्रदेश का मुखिया स्वयं जानवर न मारने का आदेश देता है और खुद जानवर की खाल पहनकर सामने आता है.
फॉरेस्ट विभाग के अफसर भी प्रोग्राम में मौजूद होते हैं मगर उन्होंने भी आवाज उठाने की हिम्मत नहीं दिखाई.
आप मुख्यमंत्री के सोशल मीडिया पेज पर देख भी सकते हैं कि लोगों ने उनका कितना जादा विरोध किया है.