उत्तर प्रदेश में थम गया उप-चुनाव का शोर,जानिए जनता ने किसे दिया है वोट
पिछले तीन महीनों से उत्तर प्रदेश में उप-चुनाव जारी हैं,इसी क्रम में कल उत्तर प्रदेश में दो विधानसभा सीट व एक लोकसभा सीट पर उप-चुनाव संपन्न हुआ, तमाम आरोप-प्रत्यारोप सत्ता और विपक्ष की ओर से एक दूसरे पर पूरे दिन चलते रहे,विपक्ष ने प्रशासन पर भाजपा एजेंट की तरह काम करने का आरोप लगाया,कई तरह की शिकायत आती रहीं, लेकिन जनता ने घरों से निकलकर वोट डालने में रुचि दिखाई हालांकि सुस्त रहा मतदान…
दो विधानसभा और एक लोकसभा सीट थी रिक्त
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री माननीय मुलायम सिंह यादव जी के निधन के बाद मैनपुरी लोकसभा सीट रिक्त हुई थी, इसके साथ आज़म खान को सजा होने के बाद उनकी सदस्यता रद्द हुई और भाजपा विधायक विक्रम सैनी को दंगों के मामले में कोर्ट ने दोषी करार दिया, साथ ही सदस्यता रद्द होने से दो विधानसभा सीट रिक्त हुई.
जारी रहा शिकायतों का सिलसिला
भारत में चुनाव में शिकायत की तो अब परंपरा चल पड़ी है,शिकायत ना सिर्फ एक दूसरे की होती हैं बल्कि निर्वाचन आयोग तक को कटघरे में खड़ा कर दिया जाता है, वही देखने को मिला कल दोनों विधानसभा सीट और लोकसभा सीट पर शिकायत का सिलसिला चलता रहा और अंत में सत्तारूढ़ पार्टी ने ही चुनाव आयोग से शिकायत की धमकी विपक्ष को दे डाली.
धीमा रहा मतदान प्रतिशत
मतदान की गति तेज नहीं रही और रामपुर विधानसभा सीट पर सिर्फ एक तिहाई मतदान हुआ, मैनपुरी लोकसभा सीट पर 54.37 %, खतौली विधानसभा सीट पर 56.46% और रामपुर विधानसभा सीट पर 34.1% रहा मतदान.
जनता के मन में क्या था,जनता ने किसे वोट किया ये तो बस हवाई दावे दोनों पक्षों की ओर से किए जा रहे हैं, लेकिन चुनाव परिणाम की घोषणा के साथ ही ये बात बिल्कुल साफ हो जाएगी, प्रशासन पर जो आरोप लगते रहे हैं, अगर उन आरोपों को रामपुर विधानसभा के मतदान प्रतिशत को देखें तो कहीं ना कहीं सही दिखाई देते हैं, लेकिन अब तो सत्ता में बैठी पार्टी विपक्ष की शिकायत करने निर्वाचन आयोग चली जाती है, राजनीति में ये दौर बड़ा तेजी से चल रहा है|