अब वंदे भारत में जल्द मिलेगी स्लीपर कोच, रेलवे कर रहा है तैयारी

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Vande Bharat
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देश में ट्रेन से लंबा सफर करने वाले यात्रियों के गुड न्यूज आई है. सबसे तेज गति से दौड़ने वाली वंदे भारत ट्रेन में अब स्लीपर कोच को जोड़ा जाएगा. पांच घंटे से ज्यादा और 400 किमी. से अधिक दूरी वाले स्टेशनों के लिए स्लीपर वंदे भारत (Vande Bharat) एक्सप्रेस का संचालन किया जाएगा. स्लीपर कोच जुड़ने से रेलवे की आय में इजाफा भी होगा और यात्री भी कम समय में अपने स्टेशन पर पहुंच पाएंगे.

इस दौरान ट्रेन की स्पीड 130 किमी. प्रति घंटे से ज्यादी की रहेगी.अभी तक वंदे भारत भारत ट्रेन में चेयर कार की सुविधा है, जिसमें यात्रियों को बैठकर जाने की सुविधा है. वंदे भारत 500 से 600 किमी की दूरी तय करती है. ऐसे में रेलवे ने स्लीपर कोच जोड़ने को लेकर एक सर्वे किया था, जिसके सकारात्मक परिणाम आए. इसमें पाया गया कि रेलवे अपने यात्रियों को लंबे रूट पर और सुविधा दे सकता है.

वंदे भारत (Vande Bharat ) एक्सप्रेस की सुरक्षा विशेषताएं क्या हैं?

इस ट्रेन में कोच के बाहर चार प्लेटफॉर्म साइड कैमरे दिए गए हैं, जिनमें रियरव्यू कैमरे भी शामिल हैं. वंदे भारत एक्सप्रेस के लोको पायलट केके ठाकुर ने एएनआई को बताया कि किसी भी आपात स्थिति में लोको पायलट और ट्रेन गार्ड यात्रियों के साथ-साथ एक-दूसरे से आसानी से संवाद कर सकते हैं. नई वंदे भारत ट्रेनों में यात्रा को सुरक्षित और अधिक आरामदायक बनाने के लिए रिक्लाइनिंग सीटें, स्वचालित फायर सेंसर, सीसीटीवी कैमरे, वाईफाई सुविधा के साथ ऑन-डिमांड सामग्री, तीन घंटे का बैटरी बैकअप और जीपीएस सिस्टम सहित बेहतर सुविधाएं होंगी.

इन रूट्स पर स्लीपर ट्रेन चलाने की योजना?

शुरुआत में रेलवे दिल्ली से कानपुर और वाराणसी से दिल्ली के बीच स्लीपर वंदे भारत ट्रेन चलाने की योजना पर विचार कर रहा है. रेलवे की मॉनिटरिंग कमेटी इस पूरे मामले पर रिपोर्ट भी तैयार कर रही है. रेलवे वंदे भारत के साथ साथ शताब्दी ट्रेन में भी चेयर कार में बदलाव करने पर विचार कर रहा है. इसके लिए उन रूट्स को फाइनल किया जाएगा जिन पर यात्रियों की संख्या ज्यादा है.

शहरों को जोड़ेगी वंदे मेट्रो : Vande Bharat

इसके साथ ही वैष्णव ने वंदे भारत की तरह ही वंदे मेट्रो के बारे में भी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि वर्तमान में वंदे भारत 500 से 600 किमी का सफर पूरा करती है. वहीं, वंदे मेट्रो लगभग 100 किमी की दूरी के लिए चलाई जाएगी, जो दो शहरों को जोड़ेगी. लग्जरी ट्रेन का सपना होगा साकार
रेल अफसरों का कहना है कि शताब्दी के साथ ही वंदेभारत की चेयर कार में बदलाव का भी प्लान है. वाराणसी जंक्शन-दिल्ली वंदेभारत एक्सप्रेस में यात्रियों का लोड रहता है. इसे देखते हुए बदलाव की योजना तैयार की है. वहीं, स्लीपर वंदेभारत में यात्रियों को वाजिब भाड़े में लग्जरी ट्रेन का सफर करने का मौका मिलेगा.

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