देखिए साल 2021 का Recap:

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नई दिल्ली: साल २०२१ आज चला जायेगा,इस साल काफी सारी चीज़ें हमारे देश में हुई इन में से कुछ देश के लिए गौरव की बात थी और कुछ चीज़ें काफी दुख भरी थी. इन सभी घटनाओं को आइए संक्षिप्त विवरण लें, जिन्होंने 2021 में देश में सुर्खियां बटोरीं:

किसान आंदोलन हिंसा :

यह 26 जनवरी था, जिस दिन भारत गणतंत्र दिवस मनाता है, पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों के एक समूह ने पुलिस के आदेशों की अवहेलना की और ट्रैक्टरों से लैस दिल्ली की सीमाओं से आना शुरू कर दिया. जिस तरह दिल्ली के राजपथ पर भारत की सैन्य शक्ति और सांस्कृतिक विविधता का प्रदर्शन किया जा रहा था, उसी तरह किसानों द्वारा ‘शांतिपूर्ण ट्रैक्टर मार्च’ ने हिंसक रूप ले लिया और सड़कों पर अराजकता और हिंसा फैला दी.

COVID की दूसरी लहर :

महामारी की शुरुआत के एक साल से अधिक समय के बाद, अप्रैल में देश ने महामारी को एक बदसूरत मोड़ लेते देखा, कुछ ऐसा जो अप्रत्याशित था.यहां तक ​​कि जब सरकार टीकाकरण को बढ़ाने के प्रयास कर रही थी, देश में प्रतिदिन 4 लाख से अधिक सक्रिय मामले और 40,000 मौतें दर्ज होने लगीं. यह देश के लिए एक बड़े झटके के रूप में आया क्योंकि उस समय तक, कोविड के टीकों के रोलआउट और इसके प्रशासन के साथ, राहत की सांस की उम्मीद थी.इसके बजाय, मामले तेजी से बढ़ने लगे थे.

विधानसभा चुनाव चार राज्यों:

पश्चिम बंगाल, केरल, असम, तमिलनाडु और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में महामारी के बीच चुनाव हुए.चुनावों में राजनेताओं की रैलियों में भारी भीड़ देखी गई.सभी कोविड मानदंड टॉस के लिए चले गए थे और यह अन्य कारणों में से एक था जो बढ़ते मामलों में जुड़ गया.पश्चिम बंगाल में, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने 292 में से 213 सीटों के साथ विधानसभा चुनावों में जीत हासिल की, जबकि मुख्य प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को 77 सीटें मिलीं.असम में, चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए ने 75 सीटों के साथ सत्ता बरकरार रखी, जिसने पहली बार गैर-कांग्रेसी गठबंधन को राज्य में लगातार जीत दिलाई. कांग्रेस के नेतृत्व वाली महाजोत ने 50 सीटों पर जीत हासिल की. केरल ने भी सत्तासीन वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) को सत्ता बरकरार रखते हुए देखा, यह पहली बार है कि राज्य में 1977 के चुनाव के बाद से किसी गठबंधन ने लगातार जीत हासिल की है. तमिलनाडु में, एमके स्टालिन के नेतृत्व में डीएमके ने चुनाव जीता, एआईएडीएमके के दशक के लंबे शासन को समाप्त कर दिया.दो सबसे प्रमुख मुख्यमंत्रियों – अन्नाद्रमुक की जे जयललिता और द्रमुक के एम करुणानिधि के निधन के बाद तमिलनाडु का पहला विधानसभा चुनाव था, जिनका क्रमशः 2016 और 2018 में निधन हो गया. पुडुचेरी में, एआईएनआरसी के नेतृत्व वाले एनडीए ने सत्ता पर कब्जा कर लिया, नारायणसामी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंका.

ओलंपिक्स:

भारत के लिए यह साल olypmics के भारत का सबसे अच्छा प्रदर्शन रहा.जहा जैवलिन थ्रो में पहेली बार खेलते हुए नीरज चोपड़ा ने भारत के लिए एथलेटिक्स में पहला गोल्ड जीता.मीराबाई चानु ने भारत के लिए वेट लिफ्टिंग में भारत को सिल्वर मेडल जीताया.P V Sindhu ने लगातार दूसरी बार ऑलिपिक्स में भारत के लिए मेडल लाया इस बार सिंधु ने भारत को ब्रॉन्ज मेडल दिलाया.इसके अलावा भारत ने कई साल से चल रहे हॉकी मेडल के सूखे को इस साल तोड़ा और भारतीय टीम ने इस बार ब्रॉन्ज मेडल जीता.

भारत का टी–20 में बाहर होना:

भारत के लिए इस बार विराट कोहली के लिए अखरी मौका था जब वो किसी icc की टी 20 ट्रॉफी जीते बता दे विराट ने अपनी कप्तानी छोड़ने का ऐलान t२० के पहले ही कर दिया था. इसके बाद भारत से जीत की उम्मीद ज्यादा थी लेकिन हुआ उससे विपरीत भारत पहली बार आईसीसी T20 में पाकिस्तान के खिलाफ मैच हरा और भारत ने अपनी ग्रुप स्टेज से ही ले लिया exit.

जनरल बिपिन रावत की दुर्घटना में हुई मौत:

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य की मौत दक्षिणी राज्य तमिलनाडु में Mi-17V5 हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद हो गई. दुर्घटना नीलगिरी जिले के कुन्नूर के पास पहाड़ियों में कोहरे के मौसम में हुई.दुर्घटनास्थल की छवियों में हेलीकॉप्टर के टूटे हुए अवशेषों से धुएं के घने गुबार दिखाई दे रहे हैं. जनरल रावत देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ थे.

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