एक और कश्मीरी पंड़ित की हत्या, दफ्तर में घुसकर गोलियों से आतंकवादियों ने भून डाला…
एक और कश्मीरी पंड़ित की हत्या, दफ्तर में घुसकर गोलियों से आतंकवादियों ने भून डाला…
जम्मू कश्मीर के बडगाम में कल आतंकवादियों ने एक बार फिर कश्मीरी पंडित पर हमला किया, जिसमें उसकी जान चली गई। राहुल भट एक सरकारी कर्मचारी थे। उनके दफ्तर में घुसकर आतंकवादियों ने उन पर ताबडतोड़ गोलियां चला दी, जिसके बाद उनकी मौत हो गई। इस घटना से कश्मीरी पंड़ितों में बहुत गुस्सा है। नाराज कश्मीरी पंडितो ने जम्मू श्रीनगर हाईवे पर जाम लगा दिया। साथ ही अनंतनाग समेत कई जगहों पर लोगों ने प्रदर्शन करते हुए न्याय की मांग की। परिवार वालों ने सरकार से घटना की जांच कराने की गुहार लगाई। उधर, जानकारी मिली है कि राहुल भट पर हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन कश्मीर टाइगर्स ने ली है।
3 terrorists who k*lled our Kashmiri Brother #RahulBhatt eliminated❗#KashmiriHindus https://t.co/lRK3SGr2pU
— Rahul Mehta🇮🇳 (@RahulM2607) May 13, 2022
मिली जानकारी के अनुसार, बुधवार को मध्य कश्मीर के बडगाम जिले में स्थित चदूरा के तहसीलदार कार्यालय में घुसकर दो आतंकियों ने सरकारी कर्मचारी राहुल भट को गोलियों से भून दिया। आरोप है कि हत्यारों ने पहले कश्मीरी पंडितों को घाटी छोड़ने की धमकी दी और फिर हमला किया। राहुल भट कश्मीरी पंडित हैं। उनकी इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई।
राहुल भट के पिता ने अपने बेटे की मौत का कड़ा विरोध किया, उन्होनें कहा, “ऑफिस के अंदर मारा जाना कोई सामान्य बात नहीं है। इसका मतलब है कि यह जानबूझकर की गई हत्या थी। जांच होनी चाहिए, वह मददगार आदमी था। वह अपने पीछे पत्नी और 7 साल की बेटी को अकेला छोड़ गया।
राहुल भट चदूरा में राजस्व विभाग में क्लर्क के तौर पर काम करते थे। उनकी हत्या को लेकर कश्मीरी पंडितों में गुस्सा है। नाराज लोगों ने जम्मू श्रीनगर हाईवे पर जाम लगा दिया। लोग इंसाफ की मांग कर रहे हैं। साथ ही अनंतनाग समेत घाटी के कई इलाकों में लोगों ने प्रदर्शन किया। लोग सरकार से आतंकियों के खिलाफ नकेल कसने की मांग कर रहे हैं। घटना को लेकर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा, “मैं बडगाम में आतंकवादियों द्वारा राहुल भट की बर्बर हत्या की कड़ी निंदा करता हूं। इस घिनौने आतंकी हमले के पीछे लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। इस दुख की घड़ी में जम्मू-कश्मीर सरकार शोक संतप्त परिवार के साथ खड़ी है।”
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आपको बता दें कि पिछले महीने दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले के छोटोगाम इलाके में मोटरसाइकिल सवार दो आतंकवादियों ने एक कश्मीरी पंडित दुकानदार पर गोलियां चला दी थीं। इस हमले में बाल-बाल बचे पीड़ित की पहचान सोनू कुमार के रूप में हुई थी।
जबकि पिछले साल अक्टूबर में, कश्मीर घाटी में नागरिकों की हत्याओं की बाढ़ आ गई थी, जिनमें से ज्यादातर अल्पसंख्यक समुदायों को निशाना बनाया गया। श्रीनगर के सबसे प्रसिद्ध फार्मेसी के मालिक और जाने-माने कश्मीरी पंडित माखन लाल बिंदू की 5 अक्टूबर को उनकी दुकान पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद श्रीनगर में स्ट्रीट फूड विक्रेता वीरेंद्र पासवान और एक सरकारी स्कूल की प्रिंसिपल सुपिंदर कौर की भी हत्या की गई।
वहीं दूसरी तरफ इन सभी घटनाओं को ध्यान में रखते हुए, हमारी सेना अधिक से अधिक आतंकवादी गतिविधियों पर नज़र गड़ाए हुए है और ज्यादा से ज्यादा आतंकियों के खिलाफ सेना की ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है।