आखिर क्यों बांधते हैं पैर में काला धागा, क्या है इसको बांधने के नियम और फायदें, जानें

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Kala Dhaga Reason
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Kala Dhaga Reason : हर काम को करने की कुछ ना कुछ वजह होती है, इसीलिए हम उस काम को करते हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार काला धागा पहनने के कुछ नियम होते हैं. इन नियमों का पालन न करने पर कुछ बुरे प्रभाव का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए काला धागा बांधते समय इन नियमों का पालन जरुर करें.

काला धागा बांधने के नियम :Kala Dhaga Reason

1- काले धागे को हमेशा 9 गांठ बांधने के बाद ही पहनना चाहिए. जिस हाथ या पैर में काला धागा बंधा हो, उस रंग के किसी अन्य धागे को न बांधें.

2- काले धागे को केवल शुभ मुहूर्त में बांधना चाहिए. अगर आप शुभ समय नहीं पहन पा रहे हैं, तो आप इसके लिए किसी ज्योतिषी से संपर्क कर सकते हैं.

3- काला रंग शनि ग्रह का होता है. इसलिए, काला धागा पहनने से आपकी कुंडली में शनि दोष के ग्रह की स्थिति कमजोर हो जाती है.

4- इसे पहनने के बाद हर दिन गायत्री मंत्र का जप करना जरुरी होता है. ऐसा करने से इसका प्रभाव बढ़ जाएगा. गायत्री मंत्र का पाठ करें, एक निश्चित समय पर ही करें.

5- आप अपने घर के दरवाजे पर नींबू के साथ काला धागा बांध सकते हैं. इस तरह, नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश नहीं करती है.

6- जिन बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता बहुत कम होती है, काला धागा उनके शरीर को बीमारियों से लड़ने की ताकत देता है.

7- काले रंग में गर्मी को अवशोषित करने की शक्ति होती है. इस प्रकार, यह नकारात्मक ऊर्जाओं से बचाने के लिए ढाल के रूप में कार्य करता है.

8- यह लोगों को शनि दोष के नकारात्मक प्रभावों से बचाता है. पैर में बांधने से आपके जीवन की सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं.

9- लोगों की बुरी नजर से बचने के लिए काले धागे को हाथ, पैर, गले आदि में भी पहना जाता है.

10- आप लोगों की बुरी नजर से बचना चाहते हैं, तो काला धागा धारण कर अपनी रक्षा कर सकते हैं.

काले धागे को पैर में बांधने की परंपरा हमारे प्राचीन इतिहास से आती है. शास्त्रों के अनुसार, काला धागा पहनने के कई फायदे हैं

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