Manipur Violence CBI Investigation : जांच के लिए इंफाल पहुंचे न्यायिक जांच आयोग के अध्यक्ष, 6 माह के अंदर सरकार को सौंपेंगे रिपोर्ट
Manipur Violence CBI Investigation : मणिपुर में 3 मई से चल रही हिंसा अभी भी जारी है। इस हिंसा में शुक्रवार को अलग-अलग जगहों पर तीन लोगों की मौत हो गई। CBI ने मणिपुर हिंसा के संबंध में 6 केस दर्ज किए हैं। जांच के लिए SIT बनाई गई है, जिसमें 10 मेंबर होंगे।दो लोगों ने इंफाल में भाजपा विधायक सोराईसाम केबी के घर बम से हमला कर दिया। पुलिस के मुताबिक, दो लोग बाइक से आए और उन्होंने खुले गेट के अंदर बम फेंक दिया। जिसके बाद तेज धमाका हुआ। हालांकि, इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
मणिपुर में जातीय हिंसा की जांच के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) द्वारा गठित तीन सदस्यीय जांच आयोग के अध्यक्ष शुक्रवार को मणिपुर पहुंच गए। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने मणिपुर में हिंसा की घटनाओं की जांच के लिए गुवाहाटी उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति अजय लांबा की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच आयोग का गठन किया था।
केंद्रीय गृहमंत्रालय दिए जांच के आदेश : Manipur Violence CBI Investigation
न्यायिक जांच आयोग (मणिपुर आयोग) के अध्यक्ष अजय लांबा के साथ आईएएस हिमांशु शेखर दास (सेवानिवृत्त) भी इंफाल आए। हिमांशु शेख तीन सदस्यीय जांच आयोग के सदस्य हैं। मणिपुर सरकार के मुख्य सचिव विनीत जोशी और मणिपुर के डीजीपी राजीव सिंह ने इंफाल हवाई अड्डे पर दोनों का स्वागत किया। अजय लांबा की अध्यक्षता में न्यायिक आयोग इस मामले की जांच शुरू करेगा।केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अधिसूचना में कहा था कि 3 मई 2023 को मणिपुर राज्य में बड़े पैमाने पर हिंसा भड़क उठी और हिंसा के परिणामस्वरूप राज्य के कई निवासियों ने अपनी जान गंवा दी
निम्नलिखित मामलों में जांच करेगा आयोग
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विभिन्न समुदायों के सदस्यों को लक्षित करने वाली हिंसा और दंगों के कारण और प्रसार, जो 3 मई 2023 और उसके बाद मणिपुर राज्य में हुए थे।
हिंसा से संबंधित घटनाओं और सभी तथ्यों में समानता
क्या किसी जिम्मेदार प्राधिकारी/व्यक्ति की ओर से इस संबंध में कोई चूक या कर्तव्य में लापरवाही बरती गई थी।
हिंसा को रोकने और उससे निपटने के लिए किए गए प्रशासनिक उपायों की पर्याप्तता।
ऐसे मामलों पर विचार करना जो जांच के दौरान प्रासंगिक पाए जा सकते हैं।