Merry Christmas : ईसा मसीह का जन्म ही नहीं क्रिसमस मनाए जाने के हैं कई कारण, देखिए कैसे हुई शुरुआत

Merry Christmas
Merry Christmas : हर साल 25 दिसंबर के दिन दुनियाभर में क्रिसमस का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. ईसाई धर्म के लोग इस दिन लोग चर्च में एक जुटकर होकर ईसाई धर्म के संस्थापक ईसा मसीह के जन्म दिवस को प्रार्थना गाकर मनाते हैं. साथ ही इस दिन घरों में क्रिसमस ट्री को सुंदर तरीके से सजाया जाता है और तरह-तरह के पकवान व मिठाइयां बनाई जाती हैं. क्रिसमस के त्योहार में अब बस कुछ ही दिन बचे हुए हैं. क्रिसमस की शुरुआत को लेकर कोई भी सटीक जानकारी तो नहीं है. कई सारी मान्यताओं के कारण क्रिसमस मनाई जाती है.
साल का आखिर बड़ा त्यौहार है : Merry Christmas
यह साल का आख़िरी त्योहार होता है. ईसाई धर्म के लोगों के लिए यह बहुत ही महत्वपूर्ण त्यौहार है. दुनियाभर में और खासकर ईसाई बाहुल्य देशों में क्रिसमस का त्योहार बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है. माना जाता है कि इस दिन ईसाई धर में पैगम्बर ईसा मसीह जन्म हुआ था. जिन्हें ईश्वर ने लोगों को पापों से मुक्त कराने के लिए और उन्हें सही मार्ग दिखाने के लिए धरती पर भेजा था.
कब हुआ था ईसा मसीह का जन्म और क्या है क्रिसमस का इतिहास
माना जाता है कि ईसा मसीह का जन्म मैरी और जोसेफ के घर बैथलहम में 4 ईसा पूर्व हुआ था. कहा जाता है कि उनका जन्म एक अस्तबल में हुआ था. इसके साथ ही यह भी कहा जाता है कि उनके पिता और यीशू बढ़ई थे और ईसा मसीह ने 30 साल की उमर में जनजागरण का कार्य शुरू कर दिया था.
माना जाता है कि सबसे पहले क्रिसमस का त्योहार रोम देश में मनाया गया था. यहां इस दिन को सूर्य देवता के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है. ईसाई धर्म का प्रभाव 330 ई तक रोम में तेजी से बढ़ने लगा था और ईसाई धर्म को मानने वालों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हो रहा था. मान्यताओं के अनुसार, कुछ सालों बाद रोम में ईसाई धर्म के अनुयायियों ने ईसाई धर्म के पैगंबर यीशू मसीह को सूर्य देवता का रूप मान लिया और तभी से 25 दिसंबर को क्रिसमस के त्योहार की शुरआत हो गई और इसे 25 दिसंबर के दिन मनाया जाने लगा.
कब हुआ क्रिसमस की छुट्टी का ऐलान : Merry Christmas
साल 1870 में अमेरिका ने आधिकारिक तौर पर क्रिसमस के दिन फेडरेल हॉलिडे का ऐलान किया. इसके बाद से दुनिया भर में 25 दिसंबर के दिन क्रिसमस की छुट्टी दी जाने लगी.