आज स्वामी विवेकानंद की 159वीं जयंती पर जानिए उनके प्रतिष्ठित भाषण और विचार जो आपकी ज़िन्दगी बदल देंगे
नई दिल्लीः स्वामी विवेकानंद जयंती भारत के प्रमुख विचारकों में से एक थे जिन्होंने रहस्यवादी और योगी रामकृष्ण परमहंस के मार्गदर्शन तहत प्राचीन हिंदू शास्त्रों के माध्यम भारत के तत्त्वज्ञान की खोज की.
स्वामी विवेकानंद 18वीं शताब्दी के आध्यात्मिक नेता, दार्शनिक और समाज सुधारक थे. उनका जन्म वर्तमान कोलकाता में 12 जनवरी, 1863 को एक कुलीन बंगाली परिवार में हुए थे. इस वर्ष उनकी 159वीं जयंती है. वे एक विपुल विचारक, एक महान वक्ता और एक भावुक देशभक्त थे.
उनकी 159 जयंती पर प्रधानमंत्री मोदी ने उनके लोकप्रिय Chicago के भासन को याद करते हुए ट्वीट किया. PM मोदी ने कहा:
स्वामी विवेकानंद ने अपने भाषण की शुरुवात करते हुए कहा: "अमेरिका की बहनों और भाइयों, आपने हमें जो गर्मजोशी और सौहार्दपूर्ण स्वागत किया है, उसके प्रत्युत्तर में उठना मेरे हृदय को अकथनीय आनंद से भर देता है। मैं दुनिया में भिक्षुओं के सबसे प्राचीन क्रम के नाम पर आपको धन्यवाद देता हूं; धर्मों की जननी के नाम से मैं आपका धन्यवाद करता हूं; मैं सभी वर्गों और संप्रदायों के लाखों-करोड़ों हिंदू लोगों के नाम पर आपको धन्यवाद देता हूं।
स्वामी विवेकानंद के सुंदर विचार जो आपकी ज़िन्दगी बदल देंगे :
“शक्ति ही जीवन है, दुर्बलता ही मृत्यु है.
SWAMI VIVEKANAND
विस्तार ही जीवन है, संकुचन ही मृत्यु है.
प्रेम ही जीवन है, घृणा मृत्यु है.”
“दिन में एक बार अपने आप से बात करें, नहीं तो आप इस दुनिया में एक बुद्धिमान व्यक्ति से मिलने से चूक सकते हैं”
SWAMI VIVEKANAND
“सारी शक्ति तुम्हारे भीतर है. आप कुछ भी और सब कुछ कर सकते हैं. उस पर विश्वास करो. विश्वास मत करो कि तुम कमजोर हो; विश्वास मत करो कि तुम आधे पागल पागल हो, जैसा कि आजकल हम में से अधिकांश करते हैं। खड़े हो जाओ और अपने भीतर की दिव्यता को व्यक्त करो.”
SWAMI VIVEKANAND
“उठो जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए।”
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