कैसे होगा घर में सुख और शांति का वास, क्या करे जिससे लक्ष्मी जी की कृपा हमेशा बनी रहे
कैसे होगा घर में सुख और शांति का वास, क्या करे जिससे लक्ष्मी जी की कृपा हमेशा बनी रहे
हमारे सनातन धर्म में सुबह की नित्य क्रियाओं में साफ, सफाई, नहाने के बाद अपने घर की शुद्धिकरण करकने के बाद हम घर में पूजा-पाठ करते है, धूप-दीप जलाते हैं। पर क्या आप जानते हैं अगर हम यही पूजा पाठ सही ढंग से न करे तो घर में शांति की जगह अशांति का वास हो जाता है। पूजा करने के भी कुछ नियम होते हैं, किस प्रकार करनी चाहिए, किस दिशा में मुहं करके पूजा करने से मिलता है सही फल, ऐसे कौन से तरीके हैं जिनसे आती है घर में सुख और शांति, कौन से हैं सही तरीके पूजा का मंदिर बनवाने और स्थापित करने के, घर से Negative energy को दूर करने के क्या हैं ऊपाय, क्या करने से घर में हो सुख और शांति का वास और कैसे लाए घर में positive energy ये सारी वे बाते हैं जो हर आम आदमी के जीवन में गर करके बैठी हैं। चलिए बात करते हैं इन बातों के निवारण की।
हिन्दू धार्मिक मान्यता के अनुसार किसी भी शुभ काम को करने से पहले हम भगवान की पूजा करते हैं उनकी अर्चना करते हैं, भजन कीर्तन करते हैं, ताकि हम जो भी शुभ कार्य करने जा रहें हैं वह अच्छे से पूरा हो जाए। पर हर काम को करने का एक सही तरीका होता है। ठीक उसी प्रकार पूजा-पाठ, भजन कीर्तन करने का भी एक सही तरीका होता है। घर के मंदिर की स्थापना इस तरह होनी चाहिए की पूजा करते समय हमारा मुख हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा की तरफ होना चाहिए। मंदिर में साफ-सफाई का भी हमेशा ध्यान रखना चाहिए। घर के मंदिर में हमेशा हल्के रंग की लाईटो का इस्तेमाल करना चाहिए। मंदिर में भगवानों की स्थापना करने से पूर्व लकड़ी की चौकी रखनी चाहिए। उन्ही पर भगवान की मूर्तियों को स्थापित करना चाहिए।
हो सके तो चौकी पर लाल रंग का कोई कपड़ा हो तो वे रखे क्योकि लाल वस्त्र लक्ष्मी जी को अति प्रिय है। घर के मंदिर में अपने ईष्ट या गुरु को भी एक स्थान जरुर दें। माला फेर कर किसी भी एक मंत्र का जाप जरुर करें। एक तांबे के कलश में जल भरकर, उसमें कुछ तुलसी के पत्ते अवश्य रखें और उसका जल रोजाना बदले। कोशिश करें मंदिर में जोत हमेशा देसी घी की हीं जलाए। जोत के साथ-साथ धूप-इन्ग्यारी आदि जरुर करें। इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा नष्ट होती है। पुरुष हो या स्त्री पूजा करते समय सर कभी भी नंगा ना रखें। अपनी क्षमता के अनुसार मंदिर में भोग अवश्य लगाएं, कुछ ना हो तो 4 दाने मिश्री के ही रख दें या पहली रोटी बना कर उसपर घी लगा कर चीनी रख के ही भोग लगा ले और बाद में उस रोटी को गाय को खीला दें।
घर में बिना बात के कलह-कलेश रहता हो तो रोज सुबह गायत्री मंत्र का 108 बार जाप करें। लम्बी उम्र की कामना के लिए या कोई बीमार हो उसकी आयु बढाने के लिए महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें और भगवान शिव की अराधना करें। धन की कमी हो तो गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की हल्दी और चने की दाल चढ़ा कर, पीला पुष्प चढ़ा कर पूजा करें। पति-पत्नि के मध्य रहने वाले विवाद को खत्म करने के लिए जोड़े से शिव पार्वती की पूजा करें। घर में नकारात्मक ऊर्जा को प्रवेश करने से रोकने के लिए घर के मुख्य द्वार पर आम के पत्तों की बंदनवार लगाएं। ये हैं कुछ उपाय, यदि इनको आप अपने जीवन में अपनाओगे तो निश्चय ही घर में सुख- समृद्धि और शांति का वास होगा।
कैसे होगा घर में सुख और शांति का वास, क्या करे जिससे लक्ष्मी जी की कृपा हमेशा बनी रहे…