Army Plan : भविष्य को देखते हुए सेना का नया प्लान, अग्निपथ योजना के बाद अब सपोर्ट स्टाफ की कटौती करेगी सेना
भारतीय सेना (Army Plan) को 24 घंटे किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहना होता है. पिछले करीब तीन साल से चीन के साथ बॉर्डर पर तनाव बरकरार है. पड़ोसी पाकिस्तान से भी अलर्ट रहने की जरूरत है. ऐसे में हाईटेक हथियारों की खरीद के साथ आधुनिकीकरण पर जोर दिया जा रहा है.
12 लाख जवानों वाली ताकतवर फौज अब अपने टूथ-टेल रेशियो (Tooth To Tail Ratio) को सुधारने के लिए कई प्रस्तावों पर काम कर रही है.सेना अपने सपोर्ट मैनपावर में कटौती की दिशा में बढ़ रहा है. यह फैसला ऐसे समय में लिया गया है जब पिछले साल अग्निपथ योजना शुरू होने से पहले दो साल तक सेना में भर्ती प्रक्रिया बंद थी. सेना के इस फैसले का मकसद भविष्य की जंग से जुड़ा है.
सैनिकों की उम्र को लेकर क्या है सेना का प्लान (Army Plan)
एक अधिकारी ने कहा, ‘इससे 1.2 लाख सैनिक घटे हैं. अग्निपथ के पहले साल में, हम दो बैच में केवल 40,000 अग्निवीरों को शामिल कर रहे हैं.’ प्लान के अनुसार सैनिकों की औसत उम्र को वर्तमान में 32 साल से घटाकर अगले छह-सात साल में 24-26 साल करना है और भविष्य की जंग के लिए तकनीक में दक्ष युवाओं को शामिल करना है. 2032 तक सेना में 50% अग्निवीर होंगे.
एक अधिकारी ने कहा कि ऐसे में खाना बनाने वाले, नाई, धोबी और सफाईवाले जैसे ‘ट्रेड्समैन’ मैनपावर को कम करने की भी पर्याप्त संभावना बनती है. सेना में इस समय इनकी संख्या करीब 80,000 है.
एनिमल की जगह उपयोग में लाई जाएगी आधुनिक तकनीकी
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि सेना ने धीरे-धीरे ‘एनिमल ट्रांसपोर्ट कंपनियों’ को बंद करने का फैसला किया है.2030 तक इनकी संख्या को 70 प्रतिशत तक घटाया जाएगा. इसकी जगह लॉजिस्टिक्स ड्रोन का इस्तेमाल किया जा सकता है. सेना चीन बॉर्डर पर ऑपरेशनल लॉजिस्टिक्स को बढ़ाने के लिए सैनिकों के लिए 363 ड्रोन की जल्द खरीद के लिए आरएफआई जारी कर चुकी है. एक अधिकारी ने बताया कि ये ड्रोन आपूर्ति और हथियार पहुंचाने में जवानों या पोर्टर्स और एनिमल ट्रांसपोर्ट की जरूरत कम करेंगे.