असम में फिर मची भीषण तबाही, वायुसेना ने बचाई सैकड़ों यात्रियों की जान…
असम में फिर मची भीषण तबाही, वायुसेना ने बचाई सैकड़ों यात्रियों की जान…
उत्तर भारत में गर्मी जमकर कहर भरपा रही है तो वहीं असम में आफत की बारिश लोगों पर मुसीबत बनकर बरस रही है। असम में भारी बारिश के चलते बाढ़ आ गई है। जिसकी वजह से यातायात भी पूरी तरह से अस्त वयस्त हो चुका है। असम के कछार में कल ऐसी ही एक बढ़ी मुसीबत ट्रेन के सामने आ गई थी। बाढ़ के पानी के कारण कछार इलाके में एक ट्रेन घंटों तक फंसी रही। जिसमें सैकड़ों यात्रियों की जान पर बन आई थी। क्योकि वहां पर कोई भी बढ़ा हदसा हो सकता था। लेकिन वायुसेना की मदद से उन सैकड़ों यात्रियों को बचा लिया गया। रविवार को ASDMA ने अगले 12-72 घंटों के लिए कछार, करीमगंज, धेमाजी, मोरीगांव और नगांव जिलों के लिए बाढ़ का अलर्ट जारी किया है।
आपको बता दें कि भारी बारिश और बाढ़ के चलते सिलचर-गुवाहाटी एक्सप्रेस ट्रेन कछार इलाके में अटक गई थी। हालात इस कदर बिगड़ गए थे कि रेल आगे या पीछे कहीं भी नहीं जा पा रही थी। घंटों तक फंसे रहने के बाद जिला प्रशासन ने भारतीय वायुसेना की मदद से ली और उनकी मदद से 119 लोगों को बचाया गया।
बारिश के चलते असम के हालात कितने खराब है इस बात का अंदाजाड आप इस बात से भी लगा सकते हैं कि वहां के ज्यादा तर इलाकों में बाढ़ का अलर्ट जारी है। असम के दीमा हसाओ जिले में भूस्खलन में कम से कम तीन लोगों की मौत हो चुकी है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा बताया गया है कि दीमा हसाओ के हाफलोंग राजस्व क्षेत्र में एक महिला सहित तीन लोगों की जान चली गई। राज्य के अन्य हिस्सों से रेल और सड़क संपर्क टूट जाने के कारण कई स्थानों पर अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन से पहाड़ी जिला प्रभावित हो गया है।
एएसडीएमए ने कहा कि न्यू कुंजंग, फियांगपुई, मौलहोई, नामजुरंग, दक्षिण बगेतार, महादेव टीला, कालीबाड़ी, उत्तरी बगेतार, सिय्योन और लोदी पंगमौल गांवों से भूस्खलन की सूचना मिली है। यहां करीब 80 घर बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।
🔲 #WATCH Roads, bridges and agricultural land were inundated in Hojai, #Assam yesterday due to floods following incessant rain in the region#assamfloods
(ANI) pic.twitter.com/OA4MK3Otgy
— NewsMobile (@NewsMobileIndia) May 15, 2022
एएसडीएमए ने बताया कि ‘जटिंगा-हरंगाजाओ और माहूर-फाइडिंग में रेलवे मार्ग भूस्खलन के कारण अवरुद्ध हो गया था। गेरेमलाम्ब्रा गांव में माईबांग सुरंग तक पहुंचने से पहले भूस्खलन के कारण सड़क मार्ग अवरुद्ध होने की आशंका है।’
एएसडीएमए ने आगे कहा कि असम के पांच जिलों में बाढ़ से लगभग 25,000 लोग प्रभावित हैं। सबसे बुरी तरह कछार क्षेत्र प्रभावित है, जिसमें 21,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। इसके बाद कार्बी आंगलोंग पश्चिम में लगभग 2,000 पीड़ित हैं और धेमाजी में 600 से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। दो जिलों में स्थापित कुल दस राहत शिविरों और वितरण केंद्रों में कम से कम 227 लोग शरण ले रहे हैं। गुवाहाटी के विभिन्न हिस्सों से जलभराव की घटनाएं सामने आई हैं।